आगरा। (डीवीएनए) कोरोना से जंग लड़ने को एक फौजी की मां ने किताब लिखी. ज़ब देश में युद्ध चल रहा हो उस समय सैनिकों के परिवारों पर क्या बीतती है, ये हम सभी जानते हैं पर फ़ौजी की माँ अपने बेटे की सलामती की दुआ के साथ साथ उसे हिम्मत भी देती है। ठीक उसी तरह आज देश में कोरोना का युद्ध चल रहा है और फिर एक बार एक फ़ौजी की माँ आगे आयीं हैं देश को हिम्मत देने अपनी कलम से।
इस घबराहट और घुटन भरे माहौल में उनकी लिखी किताब “राज़ की बात” उन लोगों के लिए संजीवनी हैं जो इस कोरोना के कहर से टूट रहे हैं।
इस वायरस को हराया जा सकता है तो सिर्फ मजबूत इरादों से। ठीक उसी तरह की हिम्मत से जैसे जंग के मैदान में एक फ़ौजी दिखाता और वापस आता है जंग जीतकर।
कर्नल वैभव फ़ौज़दार की माँ कई सालों से ये हिम्मत और ये हौसला उन्हें देती आ रही हैं और अब उन्होंने यही हौसला बांटा है देश की जनता के साथ अपनी किताब के माध्यम से। उनका कहना है कि इस देश का हर व्यक्ति इस युद्ध का वो सैनिक है जो अगर हिम्मत से काम ले तो ये कोरोना की जंग ज़रूर जीत जाएगा।
संवाद:- दानिश उमरी