लखनऊ। काकोरी पुलिस ने छेड़छाड़ गाली गलौज मारपीट के आरोप में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक, थाने पर एक मुकदमा पंजीकृत कर था जिसकी जांच उपनिरीक्षक मुन्नालाल कर रहे थे। जांच के दौरान नामजद अभियुक्त लोधी पुत्र नवमी लाल लोधी निवासी ग्राम शाहपुर बरौली को मुखबिर की सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
Digital Varta News AgencyComments
ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने कर रहे 2 आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ। ठाकुरगंज पुलिस ने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से 10 लीटर के चार ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और 55000 रुपये और एक चार पहिया वाहन बरामद हुआ है।
अपर पुलिस आयुक्त पश्चिम की राजेश कुमार ने बताया की सहायक पुलिस आयुक्त चौक आईपी सिंह के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज की टीम ने अभियुक्त अहमद इजहार लतीफ पुत्र अजीम आता निवासी रज्जब गंज ठाकुरगंज और मोहम्मद असद पुत्र गयास अहमद निवासी बेगम अख्तर रोड ठाकुरगंज को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्तों के विरुद्ध औषधि प्रसाधन एवं सामग्री अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी अधिनियम का मुकदमा पंजीकृत करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह कोविड-19 महामारी से पीडि़त लोगों के परेशान परिजनों को जान बचाने के लिए खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मई इंस्ट्रूमेंट को ऊंचे दामों पर अवैध रूप से उपलब्ध कराकर वैश्विक महामारी में पीडि़तों की परिजनों की मजबूरी का फायदा उठाकर अवैध रूप से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर बेच कर पैसा अर्जित करने का काम कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
Digital Varta News Agencyनिजी एंबुलेंस चालक ने दो किमी के वसूले 16000 रुपये
लखनऊ-डीवीएनए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहां कोरोना महामारी के चलते सब परेशान हैं, ऐसे में एंबुलेंस चालक भी लूट खसोट मचाए हुए हैं। ताजा मामला आलमबाग क्षेत्र का है, यहां वीआईपी रोड स्थित बैकुंठ धाम पर एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने सबके होश उड़ा दिए। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन की नाक के नीचे निजी एंबुलेंस चालक लूट रहे हैं।
आरोप है कि एक एंबुलेंस चालक ने महज 2 किलोमीटर तक शव को ले जाने के लिए पीडित परिवार से 16000 रुपये वसूले हैं। महामारी के इस दौर में लखनऊ में निजी एंबुलेंस चालकों की मनमानी लगातार जारी है। इस पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। आरोप है कि एंबुलेंस चालक ने डेड बॉडी ले जाने के लिए 16000 रुपये मृतक परिवार से वसूल लिए जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि पुलिस वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने की बात कह रही है। यह कोई एक मरीज का मामला नहीं है बल्कि ऐसे ना जाने कितने रोजाना पीडित परिवार इन निजी एंबुलेंस चालकों के ठगी का शिकार हो रहे हैं लेकिन पुलिस भी इन पर रोक लगाने में फेल साबित हो रही है।
वाह भाई वाह,कमिश्नर हो तो दिनेश सिंह जैसा
बांदा-डीवीएनए। अपने जमाने की एक हिट फिल्म थी ष्भाई होतो ऐसाष् कोरोना संकट काल में ष्बांदा कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह एक ऐसे ही दयावान भाई ष् के रूप में काम कर रहें है। कोरोना महामारी से बचाव के लिये वह अस्पतालों का निरीक्षण कर रहें है और समझा रहें है कि इस विपत्ति काल में घबड़ानें की जररूत नहीं है। इलाज की समुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
इसी क्रम में कमिश्नर ने जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। वहां पर कोविड जांच और इलाज कराने वाले मरीजों को ढाढस बंधाया।हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। साथ ही 20 मिनट तक उन्होंने जिला अस्पतालों आए हुए लोगो से बातचीत की।भरोसा दिलाया की 24 घंटे आपके लिए सुविधा उपलब्ध है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में खाली बेड हैं और भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर है। चिंता न करें। इसके बाद मौके पर मौजूद सीएएमओ व सीएमएस को अधूरी व्यवस्था पूरा करने के आदेश दिया। अल्टीमेटम दिया कि मैं फिर निरीक्षण करने आऊंगा। मुझे सोशल डिस्टेंसिंग वाले जमीन पर राउंड तैयार मिलना चाहिए। बतादूँ कि कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह ने पुरुष वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के लिएपहुचे। जिसमें मौके पर 2 मरीज पुरुष वार्ड में भर्ती मिले जिनको कोरोना था। जिसे देखकर जिला अस्पताल के सीएमएस को कड़ी फटकार लगाई।तत्काल यहां से ले जाकर कोविड में शिफ्ट कराये जाने को कहा।
कमिश्नर नें हमें बताया कि जिला अस्पताल में 24 घंटे कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। चाहे रात हो या दिन सभी का टेस्ट किया जाएगा। किसी को लगे कि उसे कोरोना है। सर्दी लगे, खांसी, जुखाम, खांसने में दिक्कत हो तो बिना किसी इंतजार के तुरंत जिला अस्पताल आएं उसी समय जांच होगी। और जांच होने के बाद अगर पॉजिटिव रोपोर्ट आती है तो उसके लिए हमने दवा की किट बनवा दी है। जिसको 10 दिन की दवा किट तत्काल दे दी जाएगी। ताकि उसका इलाज शुरू हो जाए किसी को घबराने की बात नहीं है। कमिश्नर ने स्वयं फोन द्वारा वीडियो कॉलिंग करके कोविड वार्ड में भर्ती 5 मरीजों से बातचीत की और इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही होने के बारे में पूछा जिसको लेकर 4 मरीज पूर्णतया स्वास्थ्य पाए गए जिसमें की एक मरीज ने बताया हमे सांस लेने में दिक्कत है, जिसको देखते हुए कमिश्नर ने ड्यूटी में लगे डॉक्टर को बराबर ध्यान रखने के आदेश दिए।
संवाद विनोद मिश्रा
भोर तक जमा होती रहीं मतपेटियां, उड़ी नियमों की धज्जियां
बांदा-डीवीएनए।जिले के विद्यालयों में बने स्ट्रांग रूम में शुक्रवार भोर तक पोलिग पार्टियों द्वारा मतदान पेटी को जमा कराने का सिलसिला जारी रहा। गुरुवार रात कार्मिक मतपेटियों को लेकर अपने-अपने केंद्रों पर पहुंचे। जहां से पोलिग पार्टियां रवाना हुई थीं, उन्ही कॉलेजों में मतपेटियों को जमा किया गया है। इधर, मतपेटियां जमा करने के दौरान कोविड-19 नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए अलग-अलग क्षेत्रों से पोलिग पार्टियों की रवानगी की गई थी। मतदान के बाद उन्हीं केंद्रों पर उनकी वापसी हुई। कुछ जगहों पर देर रात तक मतदान की प्रक्रिया चलती रही, जिससे पोलिग पार्टियां भी देर रात पहुंचीं। मतदान केंद्रों से वाहन में वापस आने के बाद संबंधित ब्लाक के इंटर कॉलेज में देर रात तक मतपेटी जमा करने का दौर शुरू हुआ। कुल पड़े वोट व महिला, पुरुषों का आंकड़ा जमा किया गया।
करीब सभी केंद्रों में एक जैसा हाल नजर आया। दिनभर मतदान के बाद लौटे कार्मिकों में भी जल्दी मतपेटियां जमा कराने की आपाधापी मची रही। बनाए गए पंडाल में झुंड के रूप में बैठे रहे। वहीं कागजात तैयार किए गए और उसके बाद मतपेटियां जमा करने का दौर शुरू हुआ। लिखापढ़ी में काफी समय बीत गया। राजादेवी डिग्री कॉलेज में कोविड-19 नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आई।
गांव की सरकार के लिए जिले के 2047 मतदेय स्थलों में पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले गए। इसके बाद ब्लाकवार पोलिग पार्टियां जहां से रवाना हुई थीं, वहीं वापस आकर अपने-अपने निर्धारित सेंटर में मतपेटी जमा करने को पहुंचे। देर रात तक टीमों का आना जारी रहा। संबंधित दस्तावेज की लिखापढ़ी के दौरान स्ट्रांग रूम में मतपेटियां जमा करने का क्रम शुरू किया गया। हालांकि कागजातों की लिखापढ़ी में लंबा समय लगता देख कार्मिक झुंड में ही पंडाल के नीचे रात गुजारते नजर आए। यह कार्य भोर तक जारी रहा। बड़ोखर विकासखंड की पोलिग पार्टियां नरैनी रोड स्थित राजा देवी डिग्री कालेज, महुआ ब्लाक की पोलिग पार्टियां गिरवां के पं.जवाहरलाल नेहरू इंटर कालेज, नरैनी ब्लाक की पोलिग पार्टी राजकुमार इंटर कालेज, बबेरू की जेपी शर्मा इंटर कालेज, जसपुरा की मधुसूदनदास इंटर कालेज, तिदवारी की सत्यनारायन इंटर कालेज, बिसंडा की आदर्श किसान इंटर कालेज में पीठासीन अधिकारियों ने आमद दर्ज करायी। देर रात तक स्थलों पर भीड़ रही। बारी-बारी से मतपेटियों को संबंधित काउंटरों में जमा किया गया। मतदाता पेटी कड़ी सुरक्षा में स्ट्रांग रूम में रखकर सील किया गया। इस दौरान कोविड-19 गाइड लाइन के पालन को लेकर जमकर बेपरवाही की गई।
संवाद विनोद मिश्रा
रेलवे ट्रैक पर प्रवासी मजदूर का मिला शव
बांदा-डीवीएनए। रेलवे ट्रैक पर युवा प्रवासी मजदूर का शव मिला। परिजन आत्महत्या या हत्या पर स्पष्ट नहीं बता सके। आरोप है कि लेनदेन के विवाद में ठेकेदार उसे धमका रहा था। मृतक छह दिनों से घर से लापता बताया गया।
कोतवाली नगर क्षेत्र के डिंगवाही गांव निवासी छोटू (29) का सुबह गांव के नजदीक रेलवे ट्रैक पर शव मिला। ग्रामीणों की सूचना पर जीआरपी ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मां शिवरानी ने बताया कि छोटू मुंबई में ईंट पाथता था। जनवरी में घर लौटा था। आरोप लगाया कि लेनदेन को लेकर गांव का ठेकेदार छोटू को ढूंढ रहा था। रुपये न देने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था। ठेकेदार की धमकी से परेशान छोटू कई दिन से घर से लापता था। उसका रेल पटरी पर शव मिला। परिजन हत्या या आत्महत्या पर स्पष्ट नहीं बता सके। कोतवाली पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
संवाद विनोद मिश्रा
शादी के पांचवे दिन नवविवाहिता की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत
प्रयागराज-डीवीएनए। झूंसी थाना क्षेत्र में बुधवार की रात नवविवाहिता की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दिया है।
रायबरेली के मूल निवासी देशदीपक वर्मा वर्तमान में गाजियाबाद के इन्द्रपुरम थाना क्षेत्र के मोहीउद्दीनपुर में अपने परिवार के साथ रहकर कारोबार करते है। देशदीपक वर्मा ने अपनी 32वर्षीय बेटी श्रूति वर्मा की शादी 25 मई को झूंसी पुरवा निवासी दीपक कुमार वर्मा के साथ किया और शादी सम्पन्न होने के बाद वापस गाजियाबाद चले गए। बताया जा रहा है कि गुरूवार की रात अचानक श्रूति वर्मा की तबियत खराब हुई तो ससुराल के लोग उपचार के लिए अस्पताल ले गए। जहां उसकी मौत हो गई। इस सम्बन्ध में श्रूति के ससुराल के लोगों ने उसके मायके वालों को खबर दी। यह खबर मिलते ही वे लोग भी यहां पहुंचे। उक्त जानकारी देते हुए देशदीपक वर्मा ने बताया कि श्रूति वर्मा एवं दीपक कुमार वर्मा का पूर्व से ही परिचय था। दोनों एक दूसरे के साथ शादी करना चाहते थे। दीपक कुमार वर्मा चश्में का कारोबार करता है। जिसकी वजह से दोनों परिवार के लोग शादी के लिए तैयार हो गए और शादी कर दी गई। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मतगणना केंद्रों पर बनेगा मीडिया सेंटर, परिचय पत्र के आधार पर पत्रकार बन्धुओं को मिलेगा प्रवेश
गोण्डा-डीवीएनए। पंचायत चुनाव की मतगणना आगामी 02 मई को होगी, इस दौरान मीडिया कवरेज के लिए मीडिया कर्मियों को उनके संस्थान द्वारा जारी परिचय पत्र के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बताया कि मतगणना की कवरेज के दौरान पत्रकारबन्धुओं को असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए सभी ब्लाकों के मतगणना केन्द्रों पर मीडिया सेन्टर बनाया जा रहा है, जहां पर जाकर पत्रकारबन्धु मतगणना के रूझान व नतीजे जान सकेगें। इस सम्बन्ध में सभी रिटर्निंग आफीसर्स तथा थानाध्यक्षों को अवगत करा दिया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि पत्रकार बन्धुओं को कवरेज के दौरान कोई परेशानी न हो यह सुनिश्चित कराया जाएगा।
युवक ने फांसी लगाकर दिया जान
जौनपुर-डीवीएनए। जलालपुर थाना क्षेत्र के बहरीपुर गांव में गुरुवार की रात युवक ने फांसी लगाकर जान दे दिया। बताते है कि उक्त गांव निवासी 20 वर्षीय सुजीत कुमार उर्फ जुगनू पुत्र ओंकार सरोज रात भोजन करने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। शुक्रवार की सुबह वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो जगाने गए परिजन को दरवाजा भीतर से बंद मिला। आवाज लगाने पर भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। किसी अनहोनी की आशंका से स्वजन ने दरवाजा तोड़ दिया। कमरे में वह जमीन पर मृत पड़ा था। उसके गले में कपड़े टांगने के लिए बांधे गए डारे में नायलन की रस्सी से फंदा लगा था।
पराऊगंज पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि फांसी लगाने के बाद भार पडने पर हुक निकल गया, जिससे शव जमीन पर गिर पड़ा। मृत युवक बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। मृत सुजीत का भाई दिव्यांग है। पिता ओंकार कुछ महीनों से बीमार चल रहे हैं। पिता की बीमारी को लेकर वह काफी तनावग्रस्त रहता था।
वाह-रे सिसवा नगर पालिका, कोरोना महामारी में भी गृहकर की हो रही वसूली
सिसवा बाजार-महराजगंज (डीवीएनए)। एक तरफ देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है, लोग परेशान है, उनके पास पैसा नही है वही सिसवा नगर पालिका नगर में अपने कर्मचारियों से गृहकर वसूली करवाने में लगा हुआ है, शायद मानवता शब्द है ही नही, नही तो इस समय लोगों की सहायता करने की बात कौन करे वसूली नही कराता।
इस कोरोना महामारी के दौर में जब पूरा देश परेशान है, लोगों के पास पैसों की कमी है, उनके सामने रोजी रोटी का संकट खडा होने के साथ ही जिन्दगी दांव पर लगी हुयी है ऐसे समय में सिसवा नगर पालिका परिषद के कर्मचारी नगर में घूम घूम कर लोगों से गृहकर की वसूली कर रहे है,यहां लोगों की सहायता की जरूरत है लेकिन नगर पालिका पैसा वसूलने में लगा हुआ है।
इस सन्दर्भ मे जब हमने अधिशासी अधिकारी रामदुलार यादव के मोबाईल नम्बर 6386049902 पर बात किया तो उन्होने कहा कि जिन्दगी सबकी प्यारी है और हमने पिछले 10 दिन पूर्व ही वसूली को बन्द करने का आदेश दिया था, आज हम बाहर है हो सकता है अध्यक्ष जी वसूली के लिए आदेश किया है, हम देखते है।
अब सवाल यह है कि आदेश जिसने भी दिया है क्या उसे जरा सा भी नही भय कि जो कर्मचारी वसूली के लिए दरवाजे दरवाजे घूम रहे है वे कैसे सुरक्षित रह सकते है, वैेसे इस समय सभी लोग परेशान है और नगर पालिका गृह कर वसूली करवाने मे लगा हुआ है।
मतगणना कार्मिकों को दिया गया प्रशिक्षण
देवरिया -डीवीएनए। मतगणना जैसे महत्वपूर्ण एवं संवदेशील कार्य का दायित्व आप सभी आरओ, एआरओ, मतगणना कार्मिकों के ऊपर है। इस महत्वपूर्ण भूमिका में आप सभी का मनोयोग से किया गया कार्य ही मतगणना की सुचिता एवं सकुशलता प्रदर्शित करेगी। इस लिये सभी मतगणना कार्मिक व अन्य जुडे अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करेगें।
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन टाउनहाल आडिटोरियम में आयोजित मतगणना प्रशिक्षण कार्य को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया। मतगणना के दौरान किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। मतगणना को शांतिपूर्ण सकुशल संपन्न कराना हम आप सबका दायित्व है और पूरे मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर पारदर्शी, सकुशल, निष्पक्ष मतगणना कार्य को सम्पन्न करायेगें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणप्पा जी एन, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, अधिशासी अधिरकारी नगरपालिका रोहित सिंह सहित आर ओ, ए आर ओ गण, प्रशिक्षण निषेश गुप्ता, सहायक निर्वाचन अधिकारी पंचायत सुबाष चन्द्र सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
मतदान के बाद अब जीत-हार के गणित में जुटे समर्थक
महराजगंज-डीवीएनए। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान की समाप्ति के बाद जहां पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। वहीं ग्राम प्रधान व जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव लडने वाले प्रत्याशी समर्थक जीत-हार की गुणा भाग में लग गए हैं। दो मई को परिणाम कुछ भी आए लेकिन प्रधानी का चुनाव लडने वाले अगले कुछ दिन तक प्रधान जी जरुर कहलाए जाएंगे।
वहीं अब तक चुनाव में मस्त गांव के मजदूर तबके के लोगों ने अब अपने रोजी रोटी में लग गए हैं। पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद गांव में अब ऊंट किस करवट बैठेगा इसको लेकर गांव चैपाल में चर्चा तेज हो गई है। समर्थक अपने-अपने तरीके से प्रत्याशियों के वोट का आंकलन दे रहे हैं। कोई उनके वादे व दावतों की जमकर तारीफ कर रहे हैं तो वही एक गांव में सभी प्रत्याशी एक जगह बैठकर भाईचारे की बात करते नजर आए। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लडने वाले सभी प्रत्याशी व उनके समर्थकों की धड़कनें हार-जीत के परिणामों को लेकर बढ़ती जा रही हैं। गांव-गांव, गली मोहल्लों व चैपालों आदि पर लोग एकत्रित होकर अपने-अपने प्रत्याशी की जीत-हार के आंकड़े वोटर लिस्ट आदि के द्वारा लगाने में जुटे देखे गए। कभी किसी को जीत का हार पहनाते हैं तो कभी किसी को। यह नजारा अनेक गांवों में भ्रमण के दौरान देखने व सुनने को मिला। कुछ गांवों में चैपालों पर चर्चा करते हुए ग्रामीण यह कहते हुए सुना गया कि फलां प्रत्याशी चुनाव हार गया तो वह बर्बाद हो जाएगा क्योंकि उसने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था। चुनाव में दिल खोलकर पैसा खर्च करने वाले भी चर्चाओं के केंद्र में थे। कुछ प्रत्याशियों ने मतदान के बाद ग्रामीणों का आभार भी जताया।
महामारी के समय इस्लामी निर्देश, डरें नहीं सावधानी बरतें: मौलाना याक़ूबी
फ़िरोज़ाबाद। कोविड की महामारी के प्रकोप से पूरा देश संक्रमित हो रहा है। रमज़ान का पावित्र माह चल रहा है और पूरा देश करोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में महामारी के समय इस्लाम धर्म क्या निर्देश देता है। उसकी विशेष जानकारी इस्लामिक सेंटर के सचिव और धर्म गुरु मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी ने दी, उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब ने फरमाया के जिस किसी को भी संक्रामक रोग है उसे सेहतमंद लोगों से दूर रखने की हिदायत दी गई है इसी को फिजिकल डिस्टेंसिंग कहते हैं उन जगहों पर जाने से परहेज करें जहां पर यह महामारी हो और अगर आप उसी शहर में या उसी जगह पर हों तो उस जगह को छोड़कर बाहर ना जाएं।
मोहम्मद साहब ने फरमाया यदि आप संक्रामक रोग से पीड़ित हैं तो आप का फर्ज है कि दूसरों तक इसे ना पहुंचने दें दूसरों को मुसीबत में ना डालें। मोहम्मद साहब ने फरमाया है कि जो स्वयं अपनी हिफाज़त के लिए घर पर रहते हैं उनकी हिफाजत अल्लाह ताला करता है।
मोहम्मद साहब ने फरमाया जब अल्लाह इस किस्म की बीमारी भेजता है तो उसका इलाज भी भेजता है यानी वह आपके सब्र का इम्तिहान ले रहा है।
मोहम्मद साहब को जब छींक या खांसी आती थी तो वह खुद कपड़े से अपने मुंह को ढांक लिया करते थे यही है मास्क पहनना।
मोहम्मद साहब ने फरमाया के अपने घर आते ही अपने हाथ धो लें साफ-सफाई ही आधा ईमान है वेसे भी इस्लाम में पांच वक्त की नमाज फर्ज है और नमाज से पहले वजू फर्ज है।
मोहम्मद साहब की सलाह है कि जिस शख्स को संक्रामक रोग है और अगर वह घर रह कर ही सब्र के साथ इबादत करें तो वह अल्लाह की रहमत से महरूम नहीं होगा क्योंकि जिंदगी और मौत अल्लाह के हाथ में है।
इसलिए इहतियात करें, क्यों की इहतियात इलाज से बेहतर है।
Digital Varta News Agencyमहापौर ने कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर का किया निरीक्षण
आगरा। महापौर नवीन जैन ने आगरा स्मार्ट सिटी में बनाए गए कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सेंटर में मौजूद अधिकारियों से शहर में कोविड के हालात, कोविड अस्पतालों और उनमें भर्ती किए गए मरीजों की स्थिति की जानकारी ली। इसके अलावा महापौर ने यह भी जाना कि शहर में जितने भी कोविड अस्पताल है उसमें किस तरह से खाली और भरे हुए बेड की स्थिति को देखकर मरीजों को भर्ती किया जाता है।
कोविड सेंटर पर मौजूद डूडा परियोजना अधिकारी मुनीश्वर राज स्वरूप ने महापौर नवीन जैन को बताया कि ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से सुबह शाम सभी कोविड अस्पताल द्वारा बेड की स्थिति अपडेट की जाती है जिससे यह जानकारी रहती है कि किस अस्पताल में कितने बेड खाली है और कितने भरे हुए हैं। कंट्रोल सेंटर आने वाली कॉलों का डाटा फ़ीड कर प्रशासन द्वारा चिन्हित किये गए कोरोना अस्पतालों में मरीजों को भेज दिया जाता है।
मुनीश्वर ने बताया कि प्रतिदिन कोविड सेंटर पर जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर 500 से 700 कॉल आती है जिसमें लोगों की जरूरतों के हिसाब से उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता है। निम्न लक्षण वाले कोविड-19 मरीज जो होम आइसोलेशन में है उनकी मांग पर दवाइयों की किट पहुंचाने का प्रयास किया जाता है। कंट्रोल सेंटर पर सीएमओ कार्यालय से छ डॉक्टर तैनात किए गए हैं जो आवश्यकतानुसार मरीज़ों को फ़ोन पर प्राथमिक उपचार बताते हैं।
मुनीश्वर ने महापौर को बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर कई लोग टीकाकरण केंद्र और कोविड टेस्टिंग से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं। लोगों को उसी के पास का केंद्र बताया जाता है, साथ ही कोविड की जांच व रिपोर्ट की जानकारी भी दी जाती है। प्रशासन की तरफ से 24 घंटे अधिकारी और कर्मचारियों की तैनाती की गई है जो क्रमानुसार कोविड कंट्रोल सेंटर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
Digital Varta News Agencyनेपाल के कई जिलों में लगा संपूर्ण लॉक डाउन
महराजगंज-डीवीएनए। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के रूपंदेही जिले में कल गुरुवार से संपूर्ण लॉक डाउन की घोषणा नेपाली प्रशासन ने किया है । इस घोषणा से खासकर सरहदी क्षेत्रों में अफरा तफरी का माहौल है। लोग अधिक से अधिक संख्या में भारत से नेपाल और नेपाल से भारत चले जाना चाहते हैं। जिसको लेकर के सरहद पर लंबी लाइन देखी जा सकती है।
नेपाल सूत्रों के मुताबिक नेपाल के गृहमंत्री राम बहादुर थापा ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बताया है कि नेपाल के 14 जिलों में कल से लॉक डाउन की घोषणा की गई है। जिसमें 10 जिलो में पूर्णतरू लाक डाउन लगा दिया गया है। इधर सोनौली बॉर्डर से सटे नेपाल की रूपंदेही जिला मैं 29 अप्रैल कला गुरुवार से लेकर 12 मई तक पूर्ण सप से लाक डाउन रहेगा। जबकि राजधानी काठमांडू में 29 अप्रैल से 5 मई पूर्ण तक पूर्ण रुप से लाक डाउन रहेगा। वही पर्यटक नगरी पोखरा को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है।
साइबर ठगी: क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने के बहाने 50 हजार उड़ाए
मुरादाबाद (डीवीएनए )। साइबर लुटेर ठगी के नये नये प्रयोग कर रहे है, अगर आप सावधान नही हुए तो आप भी ठगी के शिकार हो जाएगे, बैंककर्मी बनकर कार्ड एक्टिव कराने के बहाने कारोबारी के पचास हजार रुपये पार कर दिए। जानकारी होने पर पीडित ने एसएसपी से शिकायत की है।
मझोला थाना क्षेत्र के आजादनगर निवासी मोहम्मद दानिश सलीम का अपना कारोबार है। दानिश ने मंगलवार को एसएसपी को दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि उसने एसबीआई में क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया था। नौ अप्रैल को उसका क्रेडिट कार्ड आ गया। दानिश के अनुसार 17 अप्रैल को उसके मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बताते हुए कहा कि क्रेडिट कार्ड एक्टिव नहीं कराया गया है। कार्ड को एक्टिवेट कराने के लिए कुछ जानकारी दे दें। झांसे में लेकर आरोपी ने क्रेडिट कार्ड का डिटेल ले लिया। बाद में खाते से 50 हजार रुपये निकल गए। जब 23 अप्रैल को दानिश के पास क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट पहुंचा तब उसे ठगी का पता चला। आनन-फानन में उन्होंने बैंक अफसरों से संपर्क किया लेकिन कोई सहायता नहीं मिल सकी। जिसके बाद उसने एसएसपी ऑफिस में शिकायती पत्र दिया है।
दर्दनाक: शव को कन्धा देने कोई नही आया तो साईकिल पर ही शव लेकर निकल पड़ा घाट
लखनऊ। कोरोना काल में हो रही मौत के आंकड़े व जगह जगह से आ रही अलग अलग तस्वीरों ने विचलित कर दिया है, अपने भी पराए हो जा रहे हैं, शव को कंधा देने के लिए पड़ोसी-रिश्तेदार भी आगे नहीं आ रहे। जौनपुर मे भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां कोरोना से मृत पत्नी के अंतिम संस्कार में सहयोग के लिए गांव से चार कंधे नहीं मिले तो वृद्व पति साइकिल पर ही शव रखकर नदी किनारे चल पड़ा आगे नही बढ़ा जा रहा था तो रास्ते में ही शव को रख दिया, ऐसे यहां पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश किया, पुलिस ने न सिर्फ कंधा दिया, बल्कि अंतिम संस्कार के लिए सामान और शव को घाट तक पहुंचाने के लिए वाहन भी उपलब्ध कराया।
मिली जानकारी के अनुसार मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अम्बरपुर गांव निवासी तिलकधारी सिंह की 56 वर्षीय पत्नी राजकुमारी ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, इसके बाद एंबुलेंस से शव गांव पहुंचा लेकिन अंतिम संस्कार के लिए शव घाट तक ले जाने के लिए कोरोना से मौत बताकर कोई भी आगे नहीं आया। हालात के आगे बेबस तिलकधारी को और कोई उपाय नहीं दिखा तो पत्नी के शव को अपनी साइकिल पर रखकर अकेले ही अंतिम संस्कार करने की ठान ली और घाट की ओर निकल पड़े, रास्ते में कई जगह साइकिल पर शव छोड़ बैठ भी जाते, किसी तरह नदी के किनारे पहुंचे कि दाह संस्कार करने के लिए अभी चिता भी नहीं लगा पाए थे कि गांव के लोगों ने शव जलाने से मना कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव के लिए टिकठी बनवाई, उसे कंधा दिलाया और फिर वाहन की व्यवस्था कर शव को रामघाट तक भेजवाया।
इस संबंध में सीओ मड़ियाहूं संत कुमार ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस ने तिलकधारी सिंह की सहायता की। शव के लिए गाड़ी का इंतजाम भी कराया गया। इसके अलावा अंतिम क्रिया के लिए शव को जौनपुर के रामघाट पर भेजवाया गया। पुलिसकर्मियों का प्रयास सराहनीय है।
पत्रकार भूदेव भगलिया की सियासी पारी शुरू, पंचायत चुनाव में कराया नामांकन
अमरोहा। वरिष्ठ पत्रकार एवं जागरूक यूथ न्यूज के संपादक भूदेव भगलिया ने अब राजनीतिक पारी शुरू की है। भूदेव ने अमरोहा जिले के जोया क्षेत्र पंचायत के वार्ड 79 से सदस्य पद के लिये नामांकन कराया है। उन्हें जोया विकास खंड के ब्लाक प्रमुख का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
भूदेव भगलिया वरिष्ठ पत्रकार है। उन्होंने हिन्दी दैनिक अखबार हिन्दुस्तान, यूपीयूकेलाइव, समर इंडिया में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दी हैं। मौजूदा समय में वह जागरूक यूथ न्यूज अखबार व पोर्टल के संपादक है।
भूदेव भगलिया का राजनीति में पहला कदम है। जनता की बैठक में साफ छवि होने और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अलग पहचान होने की वजह से सर्वसम्मति से उनका नाम चुना गया। भूदेव ने बताया कि युवाओं के खेल, पढ़ने के लिये लाइबेरी व बेरोजगारों को मनरेगा के तहत काम दिलाना मेरी प्राथमिकता होगी।
Digital Varta News Agencyओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी क्या है, जानिए टॉपर डॉ. आंचल मेहरा से
मुरादाबाद। मंडल की पहली महिला ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. आंचल मेहरा हैं जो महानगर की हैं और टॉप रही हैंं। कोर्ट रोड पर गुरहट्टी चौराहा स्थित बिजनेसमैन पिता विजय मेहरा की बेटी डॉ. आंचल मेहरा ने कोठीवाल डेंटल कॉलेज, मुरादाबाद से बीडीएस एवं एमडीएस ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी में येनेपोया डेंटल कॉलेज मेंगलोर, कर्नाटक से टॉप किया है। वह बताती हैं कि गले, मुंह, चेहरे की संरचना में आने वाली किसी भी परेशानी को ठीक करने के लिए की जाने वाली सर्जरी को ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी कहते हैं। इसकी मदद से जबड़ों, मुंह, चेहरे या फिर होंठों के किसी भी विकार, हड्डी के अंदर विजडम टीथ की सर्जरी तथा मुंह के कैंसर का प्रशिक्षण एवं इलाज किया जा सकता है।
डॉ. आंचल की मां गृहणी हैं और पिता कारोबारी, ऐसे में चिकित्सा के क्षेत्र को अपनाने वाली डॉ. मेहरा बताती हैं कि हमेशा उनके परिवार का सहयोग उनके साथ रहा। वह ऑर्थोगनेथिक सर्जरी (जॉ स्कल्प्टिंग) में फ़ेलोशिप को लेकर अग्रसर हैं। जिससे चेहरे की विकृति की सर्जरी, जबड़े की सर्जरी, टेढी नाक की सर्जरी इत्यादि कर सकते हैं।
मैक्सिलोफेशियल सर्जन क्या है?
ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी (ओएमएस या ओएमएफएस) सिर, गर्दन, चेहरे, जबड़े और मौखिक (मुंह) और मैक्सिलोफेशियल (जबड़े और चेहरे) क्षेत्र के कठिन और मुलायम ऊतकों में कई बीमारियों, चोटों और दोषों के इलाज में माहिर हैं। यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सर्जिकल विशेषता है।
मैक्सिलोफेशियल सर्जन एक दंत चिकित्सक है, जिन्होंने मौखिक और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी में 3 वर्ष की रेजिडेंसी पूरी कर ली है। एक रेजीडेंसी अतिरिक्त प्रशिक्षण को संदर्भित करता है। मैक्सिलोफेशियल या मौखिक सर्जन कार्यालय सेटिंग के अलावा, सर्जिकल सेंटर, ट्रॉमा सेंटर, अस्पतालों और आउट पेशेंट सेटिंग्स में रोगियों का इलाज कर सकते हैं।
आमतौर पर मौखिक और मैक्सिलोफैशियल सर्जन संज्ञाहरण या अंत: शिरा बेहोश करने की क्रिया का उपयोग करते हुए प्रभावित और रोगग्रस्त दांतों, जबड़े, मुंह एवं चेहरे की गांठों,ट्यूमर, टेढ़े मुंह को ठीक करना, मुंह के कैंसर को हटाने में कुशल है। इसके अलावा मौखिक सर्जन उन रोगियों का उपचार करते हैं जिन्हें सड़क दुर्घटना के दौरान चेहरे की चोटें/जबड़े और चेहरे की हड्डी में फै्रक्चर होते हैं। अक्सर मौखिक सर्जन को ट्यूमर या मौखिक गुहा और चेहरे के अल्सर वाले रोगियों के इलाज के लिए बुलाया जाता है। मुंह के लार ग्रंथियों और जबड़े की असामान्य विकृति तथा संक्रमण का इलाज भी मौखिक सर्जन द्वारा किया जा सकता है।
Digital Varta News Agencyदो मई को बन रही सरकार, निष्पक्ष होकर कार्य करें अफसर: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल में ऐलान किया कि दो मई को भाजपा सरकार आ रही है और प्रशासन के लोग वह काम न करें, जिससे आगे चल कर उनको पछतावा हो, ये टीएमसी की विदाई की बेला है, शानदार तरीके से इनको विदा कीजिए। प्रशासन चुनाव सम्पन्न कराने में ईमानदारी से अपना काम करे। मैं हेलीकाॅप्टर से देख रहा था कि जगह-जगह पर भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा। लोकतंत्र में यह अच्छा नहीं है।
यह बातें उन्होंने आज पश्चिम बंगाल के हुगली विधानसभा क्षेत्र के चंदननगर में आयोजित जनसभा में कहीं। इसके अलावा उन्होंने पश्चिम बंगाल में खानाकुल, जंगीपाडा और हुगली में जनसभाओं को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है। प्रशासन के लोग वह काम न करें, जिससे आगे चल कर उनको पछतावा हो। इससे पहले खानाकुल जनसभा में उन्होंने टीएमसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद और आजाद हिंद फौज के संस्थापक रास बिहारी बोस की इस धरती पर दशकों से टीएमसी और वामपंथी अराजकता फैला रहे हैं। इन दलों के भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से सिर्फ भाजपा सरकार ही मुक्ति दिला सकती है।
सीएम ने कहा कि बंगाल की धरती पर जन्मी विभूतियों ने ही राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत देश को दिया है। ये वही धरती है जिसने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को आगे बढ़ाया, वीरांगनाओं को जन्म दिया। आज इसी पश्चिम बंगाल के लोग वाम पंथियों और टीएमसी की अराजकता से परेशान हैं। उन्होंने ममता दीदी से सवाल करते हुए कहा कि जिस धरती ने आपको 10 साल तक मुख्यमंत्री बनाया, उसी धरती पर देश की शान का प्रतीक तिरंगे को लहराने वाले कार्यकर्ताओं की हत्या पर आवाज क्यों नहीं उठाती हैं? आंदोलन के जरिए टीएमसी के भ्रष्ट कृत्यों को उजागर करने वाले भाजपा कार्यकर्ता सुदर्शन प्रामाणिक की हत्या टीएमसी के गुंडों ने की, लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जिस तरह चार साल पहले यूपी में गुंडागर्दी करने वालों का अब पता नहीं चल रहा है, उसी तरह 28 दिन बाद टीएमसी के गुंडों को उनको सही जगह पर पहुंचाने का काम किया जाएगा। टीएमसी के गुंडे कान खोलकर सुनने लें, दो मई के बाद उनकी पीढियां गुंडागर्दी करना भूल जाएंगीं।
दीदी का पूरा ध्यान दुर्गा पूजा के बजाय रोजा इफ्तार पार्टी कराने में: सीएम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा जो कहती है, वह करके दिखाती है। जनता ने 30 से 40 साल कांग्रेस, 30 साल वामदलों और 10 साल टीएमसी को दिए, लेकिन विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। विकास के बजाय ये लोग रोड़ा अटकाने का काम करते हैं। धार्मिक कार्यों में व्यवधान पैदा करते हैं। बंगाल में दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा नहीं कर सकते हैं। होली खेलने से रोका जाता है, हर पर्व में व्यवधान पैदा किया जाता है। ऐसा ही काम पहले यूपी में होता था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद यूपी में कांवड़ यात्रा निकलती है, दुर्गा पूजा और होली खेली जाती है। आज सभी गुंडे यूपी से गायब हो चुके हैं और सिर्फ विकास का बोलबाला है। दो साल पहले दुर्गा पूजा और रमजान एक साथ पड़ा था, तब ममता दीदी ने दुर्गा पूजा पर रोक लगा दी थी। तब कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा था कि जब यूपी में दुर्गा पूजा हो सकती है, तो बंगाल में क्यों नहीं? हमने यूपी में कहा था कि पहले दुर्गा पूजा फिर कुछ और आयोजन। वहीं, ममता दीदी का पूरा ध्यान दुर्गा पूजा के बजाय रोजा इफ्तार पार्टी कराने में लगा रहता है।
दीदी सिर्फ अपने भतीजे के विकास में लगीं: सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रीरामपुर के जंगीपाड़ा में कहा कि हैंडलूम की दुनिया में जंगीपाड़ा विख्यात है। सरकारी उपेक्षा के कारण आज वह दम तोड़ रहा है। यहां का किसान आलू उत्पादन करता है, लेकिन फूड प्रोसेसिंग का कोई अच्छा केन्द्र न होने से उनको उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। किसान उपेक्षा के चलते खून के आंसू रो रहा है। टीएमसी सरकार ने यहां के गरीबों को पीएम आवास का लाभ नहीं दिया। किसानों को राहत देने वाली फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित हो सकती थी, लेकिन नहीं हुई। इससे युवा, किसान और गरीब सब वंचित रह गए। यूपी में पीएम नरेन्द्र मोदी जी का विजन और डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का सपना भी आज साकार हो गया है। 10 साल से बंगाल में कोई उद्योग नहीं लगा है। ममता दीदी सिर्फ अपने भतीजे के विकास में लगी हुई हैं।
दो घंटे एक बूथ पर बैठना बताता है कि टीएमसी हार स्वीकार कर चुकी: योगी आदित्यनाथ
सीएम ने चंदननगर में जनसभा में कहा कि वामपंथी, टीएमसी और कांग्रेस ने युवा, किसान और गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। यह दल अपने कारनामों को नहीं देखते हैं, बल्कि हारने पर ईवीएम पर अपना गुस्सा फोड़ते और उसे गाली देते हैं, जैसे राहुल गांधी इस समय दे रहे हैं। यहां कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया गया। जबकि यूपी में कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। नंदीग्राम में दो घंटे एक बूथ पर ममता दीदी का बैठना यह बताता है कि टीएमसी अपनी हार स्वीकार कर चुकी है। मुश्किल से 28 दिन और बचे हैं, इसके बाद सोनार बांग्ला बनाने का उदय होगा।
दो मई के बाद टीएमसी की बंधक बनाने की प्रवृत्ति हो जाएगी खत्म: सीएम
हावड़ा ग्रामीण के अमता विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रशासन ने इस मैदान में जनसभा की अनुमति नहीं दी, यहां से 10 किलोमीटर दूर हैलीपैड बनवाया गया। टीएससी ने हैलीपैड और मैदान को बंधक बना दिया। इनकी बंधक बनाने की प्रवृत्ति दो मई के बाद खत्म हो जाएगी। मैं दो दिन से देख रहा हूं कि प्रशासन चुनाव प्रचार की अनुमति नहीं दे रहा है। जनता को बंधक बनाने का काम हो रहा है।
पहली बार मास्क लगाकर चुनाव कराएंगे कर्मचारी
बांदा। पंचायत चुनाव में पहली बार अधिकारी व कर्मचारी मॉस्क लगाकर ड्यूटी करेंगे। कोरोना से बचाव के लिए शासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करना होगा। चुनाव कर्मियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप रहेगा। ताकि सुरक्षा नियमों के प्रति पूरी तरह सजग रहा जा सके।
कोरोना की दूसरी लहर के चलते मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। उधर पंचायत चुनाव की सरगर्मी जोरों पर है। जिले में 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इस समय विकासखंड मुख्यालयों व जिला पंचायत कार्यालय में नामांकन पत्रों की बिक्री का सिलसिला जारी है। 17 व 18 को दो दिन नामांकन दाखिल होंगे। उधर राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह ने कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन का अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं। आदेश में कहा है कि चुनाव ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारी को फेस मॉस्क लगाना जरूरी रहेगा। साथ ही मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा। मतदान केंद्र को सैनिटाइज कराना होगा। प्रशिक्षण में भाग लेने वाले व मतदान केंद्रों में जाने से पूर्व कार्मिकों की थर्मल स्कैनिग से जांच कराई जाएगी। साथ ही कोविड-19 के संदर्भ में केंद्र व राज्य सरकार के दिशा निर्देश के अंतर्गत सामाजिक दूरी का अनुपालन भी कराया जाएगा।
चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही दावेदार व उनके प्रस्तावकों को मॉस्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा। नामांकन दाखिले में आने वाले दावेदार व उनके प्रस्तावकों को रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में जाने के लिए बिना मॉस्क के अनुमति नहीं मिलेगी। कक्ष के बाहर साबुन, पानी, सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी। इसके लिए एक कर्मचारी भी नियुक्त रहेगा।
संवाद विनोद मिश्रा