बांदा डीवीएनए। “संडे हो या मंडे, रोज खाये अंडे ” न बाबा न, यदि ऐसा हुआ औऱ सावधानी हटी समझिए बर्ड फ्लू नें आप पर शिकंजा कसा। इसके लिये शासन नें भी गाइड लाइन जारी की है।बर्ड फ्लू पर शासन और प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मुर्गा-अंडा अच्छी तरह से पका कर न खाने से खतरा है। प्रदेश के मुख्य सचिव ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारी आदि को विस्तृत गाइडलाइन जारी की है।
निर्देश दिया कि हफ्ते में एक दिन मुर्गा-अंडा बाजार बंद रहेगा। साथ ही यह भी कहा कि मुख्य सचिव ने भारत सरकार की विस्तृत गाइडलाइन का हवाला देकर कहा कि बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए पशुधन विभाग को नोडल बनाया गया है। साथ ही मुर्गी-मुर्गा सहित सभी प्रकार के जीवित पक्षियों का उत्तर प्रदेश की सीमा में आयात प्रतिबंधित कर दिया है।
पशुधन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि बड़े कुक्कुट फार्मों का निरीक्षण करें,आसपास संक्रमण की स्थिति कुक्कुट संख्या, मृत पाए गए मुर्गी-मुर्गा की संख्या, सैनिटाइजेशन की स्थिति देखें। मुर्गी के मांस के सुरक्षित उपभोग के लिए जन जागरण अभियान चलाएं। गाइडलाइन में कहा गया मृत पक्षी को न छुएं। बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने पर डाक्टर की सलाह से ही दवा लें। पुलिस को निर्देश दिया कि प्रदेश की सीमा में जीवित पक्षियों का आयात न होने पाए। अंतरराज्यीय सीमा पर चेकिंग हो, लेकिन जन सामान्य का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। मृत पक्षी की सूचना जिला स्तरीय कंट्रोल रूम को तत्काल दें।
डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि वाटर बॉडीज के आसपास और पोल्ट्री फार्म पर विशेष सतर्क नजर रखी जाए। मुर्गी या अन्य पक्षी अथवा अंडों का खुले वाहन में परिवहन न किया जाए। कुक्कुट और उत्पाद विक्रय वाले बाजारों को हफ्ते में एक दिन बंद रखकर सफाई और रिसंक्रमित की व्यवस्था सुनिश्चित हो। प्रत्येक जनपद से रोजाना पशुपालन निदेशालय को कंट्रोल रूम से सूचना दी जाएगी।
संवाद विनोद मिश्रा