कासगंज (डीवीएनए ) – कोविड-19 टीकाकरण का पहला चरण अब गति पकड़ेगा। अब तीन दिनों में 2649 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका लगने के बाद किसी को कोई गंभीर समस्या नहीं आई है। 22, 28, 29जनवरी को 7केंद्रों पर जिला चिकित्सालय मामो, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर, बिरला हॉस्पिटल, मिशन हॉस्पिटल, कलवती नर्सिंग अस्पताल गोरहा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोरों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंजडुंवारा मे सभी केंद्रों पर तीनों दिन मे 2649स्वास्थ्य कर्मियों का होगा कोविड-19 टीकाकरण किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अंजुश सिंह ने बताया कि कोविड टीकाकरण के पहले चरण की शुरूआत हो गई. 16 जनवरी को हुए टीकाकरण कार्यक्रम में 301 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था। लेकिन अब इसे बडे़ स्वरूप में किया जाएगा। अब 22, 28 और 29 जनवरी को कोविड टीकाकरण होगा। इन तीन दिनों में 2649 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
सुरक्षित है कोरोना का टीका
कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। जनपद में 16 जनवरी 4स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड-19 का टीका 301 स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया था। इनमें से किसी को भी कोई बड़ी परेशानी सामने नहीं आई है। टीकाकरण होने के बाद सभी स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और 15 फरवरी को कोविड टीके की दूसरी डोज लेने के लिए तैयार हैं।
टीका लगने के बाद नही हुई कोई परेशानी, सुरक्षित है वैक्सीन
मेंटल हेल्थ कॉउंसलर अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि उन्होंने 16 जनवरी को कोविड का टीका जिलासयुंक्त चिकित्सालय मे लगवाया था। टीका लगने के बाद मुझे कोई परेशानी नहीं हुई बस टीका लगने वाली जगह पर हल्का दर्द हुआ, जो स्वाभाविक है। उन्होने कहा कि सभी लोग अपनी बारी आने पर कोविड-19 का टीकाकरण अवश्य कराएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया एईएफआई के लिए डॉ. नियुक्त किए गए थे। सरकार की ओर से कोविड का टीका लगने के बाद बुखार आने पर पैरासिटामोल खाने के निर्देश हैं। उन्होंने बताया कि कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है, सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का सभी लोग लाभ उठाएं और टीकाकरण कराएं। यदि टीकाकरण के बाद के किसी प्रकार की समस्या या परेशानी होती है तो फौरन डॉ से सम्पर्क करें।
संवाद , नूरुल इस्लाम