शिकोहाबाद-डीवीएनए। नसीरपुर थाना क्षेत्र के गांव हरगनपुर में एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां को मामूली विवाद में जमीन पर पटक कर मार डाला। घटना के बाद युवक अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
मृतका के बड़े बेटे की तहरीर पर पुलिस ने पति-पत्नी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। चंद्रवती (70) पत्नी स्व. वीर सहाय अपने परिवार के साथ रह रही थी। सोमवार सुबह किसी बात को लेकर तीसरे नंबर के बेटे की बहू से उसका विवाद हो गया। आरोप है कि इसी दौरान बेटे ने बहू का पक्ष लेते हुए मां को जमीन पर पटक दिया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वृद्धा की मौत के बाद आरोपी पुत्र अपनी पत्नी के साथ फरार हो गया। मृतका के अन्य बेटों ने घटना की जानकारी थाना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
इस संबध में मृतका के बडे बेटे श्याम सुंदर ने अपने छोटे भाई जगत सिंह और उसकी पत्नी वीनेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की तहरीर दी। सीओ सिरसागंज देवेंद्र सिंह का कहना है कि मृतका के बड़े बेटे की तहरीर पर आरोपी जगत सिंह और उसकी वहू वीनेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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बेटा ने मां को जमीन पर पटक कर मार डाला
प्रधान प्रत्याशी ने वोट न देने पर रोक दिया किसान का पानी
मथुरा-डीवीएनए। गांव की सरकार के गठन के बाद हार जीत को लेकर चुनावी रंजिशें बढने लगी हैं। सुरीर क्षेत्र के गांव हरनौल में पिता पुत्र ने प्रधान में हार का ठीकरा फोडते हुए एक ग्रामीण को मारपीट कर घायल कर दिया। आरोप है कि ग्राम प्रधान के चुनाव में हार से क्षुब्ध आरोपी अब अपने खेत से होकर ग्रामीण को पानी नहीं ले जाने दे रहे हैं।
गांव हरनोल में रामकिशोर प्रधानी का चुनाव लडे थे। वह चुनाव हार गये। इसके बाद उन्होंने अपने खेत से होकर रन सिंह को पानी की पाइल ले जाने से मना कर दिया। इस की शिकायत रन सिंह ने पुलिस से की। इस शिकायत को भी चुनाव की राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। रामकिशोर का कहना है कि रन सिंह उनके खेतों से होकर पानी के पाइल ले जाता है। नहर पर रामकिशोर के खेत पर ही पानी खींचने के लिए रन सिंह ने इंजन लगाया हुआ है। उसे भी रामकिशोर ने हटावा दिया। रन सिंह का आरोप है कि रामकिशोर और उसके बेटे ने मिलकर मारपीट की ओर जाने से मारने की धमकी दी है। रन सिंह ने पिता पुत्र के खिलाफ सुरीर कोतवाली में तहरीर दी है। घायल को पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया।
एक-एक व्यक्ति का जीवन अमूल्य, उसे हर हाल में बचाना है: सीएम योगी
गोरखपुर-डीवीएनए।प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद में चरगावा की सीएचसी पर 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के कोविड टीकाकरण के कार्य का निरीक्षण कर टीकाकरण की स्थिति की जानकारी ली। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगो का कोविड टीकाकरण के कार्य का निरीक्षण किया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में कोविड-19 प्रबंधन से संबंधित गोरखपुरध्बस्ती मण्डल की समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमण को प्रत्येक दशा में नियंत्रित करने के लिए निगरानी समितियांध्आर.आर.टी. की संख्या बढ़ाई जाये। उन्होंने कहा कि आक्सीजन की आडिट हर हाल में करायी जाये तथा यह सुनिश्चित हो कि इसका वेस्टेज न होने पाये। हास्पिटलों में आक्सीजन आडिट कराया जाना नितान्त आवश्यक है, कही भी आक्सीजन की काला बाजारी नही होनी चाहिए इसकी जांच की जाये और पकड़े जाने पर दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के अलावा दोनों मण्डलों के अन्य जनपदों के जिलाधिकारियों से वर्चुअल बैठक कर जनपदवार कोविड-19 प्रबंधन की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिये कि निगरानी समितियों की संख्या 3 से 4 गुना तक बढ़ाई जाये। उन्होंने कहा कि सरकार संसाधन उपलब्ध करा रही है। मेडिकल किट निगरानी समितियों के माध्यम से विस्तरित कराया जाये तथा उसका सत्यापन भी कराया जाये। मेडिकल किट की पर्याप्त दवा हर जनपद में उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस 108 का 75 प्रतिशत प्रयोग कोविड-19 में किया जाये और आर.आर.टी. को वाहन उपलब्ध कराये जाये। कोविड प्रबंधन कार्य में लापरवाही क्षम्य नही होगी, शत प्रतिशत कन्टेक्ट टेऊसिंग करायी जाये। उन्होंने कहा कि यदि समय पर मरीज को सुविधा दी जाये तो निश्चित वह आरोग्यता को प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि रोग को छिपाया न जाये, अगर बीमारी है तो उसका उपचार आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक-एक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है और उसे हर हाल में बचाना है, लक्षणयुक्तध्संदिग्ध को तत्काल टेस्टिंग करते हुए रिपोर्ट पाजीटिव आने पर शीघ्र मेडिकल किट उसे उपलब्ध करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि यदि कार्य प्रबंधन टीम भावना से किया जाये तो निश्चित रूप से शत प्रतिशत सफलता मिलेगी। उन्होंने कोरोना कफर््यु का कड़ाई से पालन कराया जाये और प्राइवेट अस्पतालोंध्एम्बुलेन्स का रेट निर्धारित किया जाये यदि कही इनके द्वारा मनमानी रेट लिया जाता है तो उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाये, हर जनपद में प्रतिदिन 24 घंटे के अन्दर पाजीटिव, रिकवरी, एक्टिव केस आदि की समीक्षा की जाये और होम आइसुलेशन के कोविड मरीजों के साथ संवाद स्थापित किये जाये और विधानसभावार होम आइसुलेट मरीजों की सूचीध्मोबाइल नम्बर सांसद, विधायक को भी उपलब्ध कराये जाये ताकि वे उनसे संवाद स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि हर कोविड हास्पिटल में मरीजों के संबंध में जानकारी उनके परिजनों की जरूर दी जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्यान्न वितरण कार्य की निगरानी हेतु एक नोडल अधिकारी नामित करें, गेहूं क्रय केन्द्रों को सोशल डिस्टेंसिंगध्कोविड प्रोटोकाल के तहत के साथ संचालित किया जाये तथा गोआश्रय स्थल पर चारे आदि की व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, सेनेटाइजेशन एवं फागिंग कार्य को एक अभियान के रूप में संचालित करने तथा इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह अभियान कोविड के साथ ही बरसात में इसेंफलाइटिस से बचाव में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेन्ट जोन मे सख्ती की जाये केवल मेडिकल, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फागिंग, डोर स्टेप डिलेवरी की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानीध्सतर्कता कोविड से बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने बेड की संख्या बढ़ाने तथा शासन के नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन करने और पीकू को क्रियाशील रखने के निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन स्तर पर आक्सीजन की उपलब्धता, रेडमिसिविर इंजेक्शन, होम आइसुलेशन, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फागिंग आदि कार्यों की व्यवस्थाध्निगरानी संबंधी समितियां गठित की गयी है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर भी समिति गठित कर उनके कार्यध्दायित्व निर्धारित किय जाये। मुख्यमंत्री ने बताया कि 30 अप्रैल तक प्रदेश में 3 लाख 10 हजार एक्टिव केस थे और आज 10 मई को 2 लाख 25 हजार एक्टिव केस है अर्थात 85 हजार एक्टिव केस कम हुआ है। इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने गोरखपुर मण्डल में कोविड प्रबंधन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि टेस्टिंग, कान्टेक्ट टेऊसिंग, सेनेटाइजेशन, स्वच्छता, वैक्सीनेशन आदि कार्यों को तेजी से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मण्डल में कुल 63042 एन्टीजेन टेस्ट, 54633 आर.टी.पी.सी.आर सैम्पुलिंग करायी गयी है। इसके अतिरिक्त मण्डल में कुल 4856 क्रियाशील निगरानी समितियां है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र 4368 तथा शहरी क्षेत्र में 488 है। कोविड प्रबंधन हेतु मण्डल में कुल 126 एम्बुलेन्स का प्रयोग किया जा रहा है। कोविड टीकाकरण के संबंध में जानकारी देते हुए आयुक्त ने बताया कि मण्डल में कुल 719118 प्रथम डोज तथा 175442 द्वितीय डोज कवरेज किया गया है। मण्डलायुक्त ने बताया मण्डल में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्तिध्आवश्यकता, उपयुक्त मानव संपदा की कमी, मण्डल में एल-2ध्एल-3 लेवल के निजी चिकित्सालयों की कमी तथा एल-2 फैसलिटी के चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों का आ.सी.यू. प्रबंधन में सतत टेऊनिंग की आवश्यकता है। इसी प्रकार मण्डलायुक्त बस्ती ने भी अपने मण्डल से संबंधित कोविड-19 प्रबंधन के संबंध में जनपदवार विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन ने जनपद में पाजीटिव रेट, आर.आर.टी., निगरानी समितियां, होम आइसुलेशन, आईसीसीसी में टेलीफोन संख्या, एम्बुलेंस आदि की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में कुल 58957 सेम्पलिंग, कोविड प्रबंधन हेतु कुल 64 एम्बुलेंस का प्रयोग किया जा रहा है। जनपद में कोविड टीकाकरण प्रथम डोज 273632 तथा द्वितीय डोज 65420 दिया जा चुका है।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने एम्स का निरीक्षण कर वहां पर बोइंग कंपनी के सहयोग से 200 बेड के कोविड वार्ड के निर्माण के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने एम्स के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला प्रशासन के सहयोग से तत्काल 200 बेड का वार्ड आरम्भ किया जाये साथ ही एम्स के तृतीय तल के कार्य को भी तेजी से पूर्ण किया जाये जिससे बेडों की सुंख्या में और वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि एम्स सेवाभाव के साथ कार्य करें। अस्पताल के संचालन में किसी प्रकार की कमी नही आने दी जायेगी।
इस अवसर पर सदर सांसद रविकिशन, सांसद बासगांव कमलेश पासवान, राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद, विधायक विपिन सिंह, संगीता यादव, महेन्द्रपाल सिंह, संत प्रसाद, शीतल पाण्डेय, क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह सहित मण्डलायुक्त जयंन्त नार्लिकर, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।
राजस्थान से लौटी गर्भवती की मौत, पीटकर हत्या का आरोप
बांदा-डीवीएनए। राजस्थान से लौटी गर्भवती की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। पिता ने घरेलू कलह में पीटकर हत्या करने का ससुरालीजनों के विरुद्ध आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कुरौली निवासी प्रवासी बुद्धविलास की 30 वर्षीय गर्भवती पत्नी सीमा अपने पति, भाइयों व पिता नत्थू रैदास ग्राम मकरी के साथ राजस्थान के नेहाड़ा कस्बे में रहकर भट्ठे में ईंट पाथती थी। प्रसव का समय नजदीक होने से पिता ने भाड़े की बोलेरो से 6 मई को कुरौली भेजा था। रविवार रात गर्भवती की मौत हो गई। पति ने बताया कि वह बुखार व पीलिया से पीड़ित थी। इससे उपचार चल रहा था। घर में हालत बिगड़ने पर वह जिला अस्पताल ले जा रहे थे। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया है। जबकि पिता नत्थू ने पुलिस को बताया कि पति समेत ससुरालीजन घरेलू कलह के चलते अक्सर पीटकर प्रताड़ित करते थे।
आरोप लगाया कि घटना के एक दिन पहले शनिवार को भी ससुरालीजनों ने उसे पीटा था। इसमें बेटी ने अपनी मां सावित्री को फोन से पीटने की बात बताई थी। कलह के चलते ससुरालीजनों ने पीटकर उसकी हत्या कर दी है। उसकी दो वर्ष की बेटी रेनुका की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। दस दिन बाद दोबारा प्रसव होने का चिकित्सक ने समय दिया था। फिलहाल अब उसके कोई संतान नहीं है। जून वर्ष 2014 में शादी हुई थी। कोतवाली निरीक्षक जयश्याम शुक्ल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।
संवाद विनोद मिश्रा
सीएमओ की सलाह: हरि भजन गावो, कोरोना दूर भगाओ
बांदा-डीवीएनए। होम आइसोलेशन मेंरह रहे मरीजों को मुख्यचिकित्सा अधिकारी नें सलाह दी है कि संक्रमण से ठीक होने के लिये ष्दाल-रोटी खाओ हरी के गुण गावो ष्नकारात्मक ऊर्जा दूर भगाओ। जल्दी स्वस्थ हो जाओ। आश्चर्य भी है कि होमआइलोशन में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। 7511 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराया। इनमें 6311 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में करीब 1200 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। 1786 को तबियत बिगडने पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है।
कोरोना संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है उससे अधिक तेजी से लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ भी हो रहे हैं। जिन लोगों में कम लक्षण हैं, उन्होंने अस्पताल के बजाय होम आइसोलेशन को चुना ओर उनका फैसला सही साबित हुआ। स्वास्थ्य विभाग के आकड़ों के मुताबिक गुरुवार तक जनपद में 9417 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 7779 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। कोविड अस्पतालों में भर्ती होकर 1468 ठीक हुए हैं। जबकि घर पर इलाज ले रहे 6311 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इस तरह करीब 80 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में कोरोना को मात दे चुके हैं। गुरुवार को 318 मरीज अस्पताल, 1200 मरीज घर पर उपचाराधीन हैं। 1518 मरीज एक्टिव हैं।
सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती होने पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ता है। कई बीमार लोगों में यह ज्यादा नकारात्मक भाव पैदा करता है। जिससे उनके स्वस्थ होने में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। घर में आइसोलेशन में रहने पर उन्हें इस तनाव से मुक्ति मिल जाती है।
किताब पढ़ें, गाने और भजन सुनें
सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि होम आइसोलेशन के दौरान दवा के साथ इन बातों का भी विशेष ख्याल रखें। सोशल मीडिया पर चलने वाली हर निगेटिव सूचनाओं से दूर रहें। किताब पढ़ें, गाने और भजन सुने। भोजन करें, खुद को व्यस्त रखें। पसंद के काम किए। रोजाना नियमित व्यायाम और योग करें। घबराएं नहीं, बल्कि धैर्य रखें। डॉक्टर के संपर्क में रहें और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें।
कोरोना का कहर: पंद्रह दिन में 58 संक्रमितों की मौत
बांदा-डीवीएनए। चित्रकूटधाम मंडल के एकलौते राजकीय मेडिकल कालेज एल-3 कोविड अस्पताल में कोरोना ने जमकर कहर बरपाया। पिछले 15 दिनों में यहां 58 कोविड मरीजों ने दम तोड़ दिया। मंडल के तीन जिलों में सबसे ज्यादा 39 मौतें बांदा जिले में दर्ज हैं।
चित्रकूट के 14 और महोबा के पांच संक्रमितों की जिंदगी की डोर टूट गई। यानी मेडिकल कालेज में औसतन हर दिन 3.9 संक्रमित मरीज की जान गई। हालांकि, हमीरपुर जिले से मौत का आंकड़ा शून्य बताया गया है। पंचायत चुनाव परवान चढ़ने से लेकर अब तक कोरोना संक्रमितों की मौतें भी परवान चढ़ीं हैं। चित्रकूटधाम मंडल में बांदा मेडिकल कालेज को एल-3 कोविड अस्पताल बनाया गया है। यहां चारों जिलों के गंभीर कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती किए जाते हैं। मेडिकल कालेज प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक पखवाड़े (15 दिन) में 58 संक्रमितों की मौत हुई। इनमें बांदा की 39, चित्रकूट की 14 और महोबा जनपद की 5 मौतें शामिल हैं। हालांकि, हमीरपुर जनपद में मौतें शून्य दर्शाई गई हैं। सबसे ज्यादा 10 मौतें पांच मई को हुई। इसके अलावा 25 और 29 अप्रैल को 9-9 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। मेडिकल कालेज प्रशासन का दावा है कि आठ और नौ मई को एक भी कोरोना से मौत नहीं हुई।हमीरपुर में भी पिछले 15 दिनों में मौतें शून्य दर्शाई गईं।
संवाद विनोद मिश्रा
हाय दईया: स्वच्छ भारत मिशन की तो हो रही लईया-करैया
बांदा-डीवीएनए। स्वच्छ भारत मिशन जिले में लापरवाही और भ्रष्टचार की शिकार है। जिले की सभी तहसीलों में कमोबेश यही स्थिति है जैसा कि हम नरैनी तहसील के बिल्हरका गांव की पेश कर रहे हैं।कहने को तो स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति शौच के लिए बाहर न जाए। लेकिन मौके की स्थिति देखी जाए तो अधिकांश शौचालयों में कबाड़ रखा है। भूसा कंडा व लकड़ी यहां भरे हैं। गांव के लोग आज भी शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं।
नरैनी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बिल्हरका के मजरा बोड़ापुरवा, विदुवा पुरवा, रानीपुर, भावरपुर में करीब ड़ेढ़ सैकड़ा शौचालयों का निर्माण किया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान, सचिव व ठेकेदार की मिलीभगत से लाखों रुपये का घोटाला निर्माण में हुआ है।
बिल्हरका के मजरो में बने करीब 40 शौचालय में भूसा, कंडा लकड़ी आदि सामग्री भरी है। ग्रामीणों ने बताया कि तत्कालीन ग्राम प्रधान ने यह कहा था की तीनों तरफ की दीवारें बना लो और सीट बैठा कर दरवाजा लगा लो। ग्राम पंचायत द्वारा शौचालय निर्माण के लिए मात्र एक हजार रुपये की धनराशि दी गई है। जिस कारण यह शौचालय आज तक पूर्ण नहीं हो पाए। दुकानदारों से सीमेंट, ईंटा उधार लेकर आधा -अधूरा निर्माण हो सका है। जिससे इनका सही से इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
ग्राम पंचायत बिलहरका के मजरा बोडा पुरवा, राजा, रामबाबू ,बहोरी, मुन्ना, लल्लू, संतू, लीला, प्रताप, लक्ष्मी, कामता, राजकुमार, सिद्धू ,शिवपाल ,विजय, रामकुमार, हल्के, भूपत, बरेदी, कल्लू, देवा, किशोरा आदि ने बताया की शौचालय का पैसा नहीं मिला है। जो कुछ बना है वह तत्कालीन प्रधान सचिव व एक बांदा के ठेकेदार ने सहयोग किया। उनके द्वारा एक-एक हजार रुपये मिले जिससे इतना कार्य करवाया है। खंड विकास अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि संयुक्त टीम का गठन करके जांच करवाई जाएगी। जांच में जो दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संवाद विनोद मिश्रा
बेकाबू ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत, दूसरे की हालत गम्भीर
बांदा-डीवीएनए। जिले में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। अतर्रा क्षेत्र में बाइक सवार युवकों को ईंट लदे बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में बाइक चालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पीछे बैठे चचेरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर राहगीरों को चकमा देकर मौके से भाग निकला स घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया स पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया।
संवाद विनोद मिश्रा
दवाओं,ऑक्सीजन के साथ दैनिक उपभोग वाली आवश्यक वस्तुओं के दामों को नियंत्रित करने में सरकार विफल: अशोक सिंह
लखनऊ-डीवीएनए। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा है कि कोरोना संकटकाल के बीच कालाबाजारी व मिलावटखोरों के हौसले बढ़े हुए हैं। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिये एक ओर ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी व नकली दवाएं बेचने वालों का धंधा चल रहा है जिसे रोकने में राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पूरी तरह मौन धारण किये है, वहीं जब गरीबांे व मध्यमवर्गीय परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा है तो दूसरी तरफ दलहन, तिलहन, साग, सब्जियों, फलों, आटा, ब्रेड के दामांे में बेतहासा वृद्धि के साथ मिलावटखोरांे की पौ बारह हो गयी है और जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है और सरकार के मौन से साबित होता है कि उपभोक्ताओं को ठगने वालों के साथ उसकी सहानुभूति और संरक्षण है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि दैनिक उपभोग की आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ना और मिलावटखोरी करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही न करने से उनके हौंसले बढ़े हुए हंै और जनता के कष्टों की सरकार अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि महंगाई डायन की मार से पीड़ित जनता का एक बड़ा वर्ग रोटी के संकट से दो-चार होने के लिये विवश होकर त्राहिमाम कर रहा है। उन्होने कहाकि सरकार की खामोशी से यह लगता है कि वह जनता के नहीं महंगाई बढ़ाने व मिलावटखोरी करने वाले के साथ खड़ी होकर उन्हें पूरा संरक्षण देती हुई दिखायी दे रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि आक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी व चोरी करने वाले बेलगाम है तो दूसरी तरफ दैनिक उपभोग की आवश्यक जरूरत के दलहन, तिलहन के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं। सरसों तेल, रिफाइंड के साथ आटा, ब्रेड, सब्जियों, फलों के दाम में कई गुना इजाफा होने के साथ ही मिलावटखोरी भी हो रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने सरकार से रोज मर्रा की जरूरत की चीजों के दामों को तत्काल नियंत्रित करने के साथ कोरोना के इस भीषण संकटकाल मंे कालाबाजारी, मिलावटखोरी करने वालों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है।
तो क्या पुलिस के शह पर उड़ रही लाॅकडाउन की धज्जियां, किया ट्विट
महराजगंज-डीवीएनए। कोरोना से बचाव के लिए सरकार लाॅकडाउन तो किया है लेकिन सिसवा बाजार में कुछ व्यापारी पिछले दरवाजों से मनमानी दर पर सामान बेच रहे है, समाजसेवी मनीष कुमार ने इस सन्दर्भ में प्रदेश सरकार के साथ ही पुलिस के उच्चाधिकारियों के पास ट्वीट किय है।
उन्होने भेजे ट्वीट में कोठीभार पुलिस पर आरोप भी लगाया है कि व्यापारियों से मोटी रकम लेकर सरकार के आदेशों व लाॅकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
कहीं अपने छूटे तो कही सपने टूटे
महराजगंज-डीवीएनए। कोरोना की दूसरी लहर ने आमजन को तोड़ कर रख दिया है। इसी दौरान बुखार से पीडित लोग भी काल कवलित होने लगे हैं। अस्पताल मरीजों से पटे पड़े हैं। वहां संसाधन सीमित हैं। लेकिन,बीमार लोगों के बढ़ते हुजूम को इलाज दे पाने में अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सक अपने को उपयुक्त नहीं पा रहे हैं।
गांव-गांव अभियान चलाकर सर्दी-जुकाम, खांसी से पीडित ग्रामीणों को चिन्हित करने के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। लेकिन, गांवों को सैनिटाइज कराने की जिम्मेदारी नहीं निभाई जा रही। जबकि, बुखार पीडित मरीजों की मौत भी तेजी से बढ़ रही है। इसकी एक बानगी अनेक गांव में देखी जा सकती है। लगातार लोग दम तोड़ चुके हैं। कह सकते हैं,बीमारी व कोरोना काल में किसी के सपने टूट रहे हैं तो कईयों के अपने हमेशा के लिए साथ छोड़ गए हैं।
रिटायर्ड एयर फोर्स कर्मी के आत्मविश्वास ने दिखाया दम
कानपुर-डीवीएनए। पटेल नगर चकेरी निवासी शिवशंकर के पिता छोटेलाल रिटायर्ड एयर फोर्स कर्मी है। रविवार दोपहर सांस की तकलीफ होने पर बेटा अपनी बुजुर्ग माँ रामकुमारी संग हैलट इमरजेंसी पहुंचा। यहां डाँक्टर ने जब चेकअप किया तो बुजुर्ग के शरीर का आँक्सीजन लेवल 96 निकला। बेटे के मुताबिक,पिता निमोनिया से संक्रमित है। घर पर ही इलाज कराने की सलाह दी गयी है। वहीं रिटायर्ड एयर फोर्स कर्मी का कहना है कि,इन परिस्थितियों से वो घबराये नहीं है,बल्कि आत्मविश्वास और बढ़ गया है।
Digital Varta News Agencyसाँसों को बचाने के लिए संघर्ष जारी,कोरोना का कहर बरकरार
कानपुर-डीवीएनए। कोरोना महामारी ने किसी का बेटा छीना तो किसी की बेटी,किसी ने पिता खोया तो किसी ने अपनी माँ। क्या किसी को यह मालूम था कि,हालात इतने बदतर भी हो जाएंगे। साँसों को बचाने के लिए संघर्ष जारी है। कोरोना का कहर बरकरार है। खतरा फिलहाल कम होता नहीं दिख रहा है। निजी अस्पतालों में अभी भी मरीजों को ऑक्सीजन वाले बेड न होने की बात कह लौटाया जा रहा है। किसी ने अस्पताल से मायूस होकर लौटते समय जान गंवा दी तो किसी ने एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के बीच भटकते हुए। किसी की जान एंबुलेंस में चली गई तो कहीं पहले रुपये जमा कराने का दबाव था। किसी ने अस्पताल की चैखट पर भर्ती किए जाने के इंतजार में दम तोड़ दिया।
ग्राम लालगंज उन्नाव निवासी विनोद कुमार ने अपनी पत्नी मीरा को शुगर और फेफड़ों में संक्रमण के कारण गंभीर हालत में हैलट इमरजेन्सी में भर्ती कराया। यहाँ रविवार सुबह महिला की सांसें थम गयी। परिवारीजनों का रोरोकर बुरा हाल था।
गुमटी नम्बर 5 निवासी अरुण पण्डित दोपहर अपने पिता रामू को हाई बीपी और शरीर में आँक्सीजन लेवल कम होने के चलते गंभीर हालत में यहाँ भर्ती कराया। वहीं बरीमहतेन घाटमपुर निवासी बुजुर्ग जगदीश नारायण अवस्थी को बेटा राजीव और राजा सांस की तकलीफ और शरीर का आँक्सीजन लेवल कम हो जाने के चलते गंभीर हालत में लेकर यहां पहुंचे और भर्ती कराया। बेटे के मुताबिक सीएचसी में सुविधायें ना होने के कारण पिता के इलाज के लिए हैलट इमरजेंसी लेकर आये है।
लल्लनपुरवा नवाबगंज निवासी प्रेम प्रकाश कुशवाहा अपनी पत्नी प्रभा को हाई बीपी और सांस की तकलीफ होने पर गंभीर हालत में बेटी सेजल संग दोपहर हैलट इमरजेन्सी लेकर पहुंचे। पति के मुताबिक,यहाँ डाँक्टर ने पत्नी को देखने के बाद रेफर कर दिया।बारादेवी निवासी सुनील कुमार गौड़ होम आईसोलेशन में पत्नी शकुंतला की हालत बिगडने पर दोपहर यहाँ लेकर पहुंचे। महिला के शरीर का आँक्सीजन लेवल कम हो गया था।
मौत के मुंह से पति को निकाल लाई राहिला, पर खुद मौत की नींद सो गई
बिजनौर -डीवीएनए। ग्राम अजदेव खानपुर बाजार स्थित प्राइवेट डॉक्टर खुर्शीद अहमद अपना क्लीनिक चलाते हैं। 10 दिन पूर्व डॉ. खुर्शीद बुखार से पीडित हो गए थे ।
जिसका मेरठ में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया जिससे डॉक्टर साहब का स्वास्थ्य नियंत्रण गिरता रहा। सांस फूलती रही। जिसे हालत गंभीर देख बिजनौर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। ऑक्सीजन की किल्लत के कारण पत्नी राहिला खातून अपने पति की निरंतर सेवा करती रही। पत्नी की सेवा से डाक्टर को काल के मुंह से तो खींच लाई, लेकिन अपनी जिंदगी के भवर में खुद फंस गई। तीन-चार दिन से स्वास्थ्य गिरना शुरू हो गया, जिसकी रविवार की रात्रि बिजनौर के एक निजी चिकित्सालय में राहिला ने दम तोड़ दिया। जिसका रविवार को ही दफना कर दिया गया।
शिक्षक की कोरोना संक्रमण से मौत, बेटे की मौत को सुन, पिता ने भी तोड़ा दम
रायबरेली-डीवीएनए। कोरोना संक्रमण के कारण मौतों का सिलसिला जारी है,रविवार को रायबरेली में एक ह्रदयविदारक घटना हुई जब कोरोना संक्रमित बेटे की मौत के कुछ घंटों में ही पिता की भी मौत हो गई।
दरअसल पंचायत चुनाव की मतगणना में डयूटी से वापस लौटे शिक्षक की कोरोना संक्रमण के कारण को मौत हो गई।बेटे की मौत की खबर पिता तक पहुंची तो वह यह सदमा बर्दाश्त न कर सके और कुछ ही घंटों में उन्होंने भी दम तोड़ दिया।पिता पुत्र दोनों का एक साथ रविवार को अंतिम संस्कार हुआ तो लोगों की आंखे नम हो गई।गांव में हर तरफ इस वाक्ये की चर्चा रही।
दरअसल रायबरेली में डीह के ग्राम पंचायत रोखा के बन पुरवा निवासी देवेन्द्र कुमार पुत्र बिंदादीन (42 ) छतोह के प्राथमिक विद्यालय लखापुर में प्राथमिक शिक्षक हैं,उनकी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतगणना में ड्यूटी लगी थी वही से वापस आने पर बुखार व खांसी आने लगी जब सीएचसी जाकर चेकअप कराया तो वह कोरोना पॉजीटिव पाए गए।जिन्हें घर पर ही आइसोलेट किया गया था शनिवार की देर रात उनका निधन हो गया जब इसकी सूचना दरवाजे पर सो रहे पिता बिंदादीन(75) को हुई तो बेटे की मौत को बर्दाश्त नही कर पाए और उन्हें ह्रदयाघात हो गया जिससे उनकी भी मौत हो गई।रविवार को पिता पुत्र का गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया।यह दृश्य देखकर लोग भावविह्वल हो गए।हर तरफ बेटे की मौत और उसके कुछ ही घंटे में पिता की मौत की चर्चा रही।गांव का माहौल गमगीन है और लोग इस दुख को भुला नही पा रहे हैं।
गोलियां बरसाकर चाचा-भतीजे की हत्या
बिजनौर-डीवीएनए। कार सवार बदमाशों ने रविवार सुबह चाचा-भतीजे की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। दोहरे हत्याकांड से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन किया गया है।
कोतवाली शहर के ग्राम धौकलपुर निवासी धीर सिंह उर्फ जॉली, भतीजे अंकुर और पिता महाराज के साथ रविवार तड़के खेत पर गए थे। ट्रैक्टर ट्रॉली में भूसा भरने के बाद तीनों वापस गांव लौट रहे थे, तभी रास्ते में सामने से कार आकर रुकी। कार सवार हमलावरों ने ट्रैक्टर चला रहे अंकुर पर गोलियां बरसा दी। गोली लगते ही अंकुर ट्रैक्टर से नीचे गिर गया। जिस पर हमलावरों ने दोबारा अंकुर पर गोली चलाई जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। अंकुर के चाचा धीर सिंह को भी हमलावरों ने खेत में घेर लिया और गोलियां बरसा दीं। चाचा भतीजे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हमलावरों ने ट्रैक्टर पर सवार अंकुर के दादा महाराज सिंह पर हमला नहीं किया। इसके बाद हमलावर हथियार लहराते हुए कार से फरार हो गए। दोहरे हत्याकांड से गांव और आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। एसपी डा. धर्मवीर सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक 15 अगस्त 2015 में गांव के अमन सिंह की जनता इंटर कॉलेज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अंकुर और धीर सिंह को भी नामजद किया गया था। उसी का बदला लेने के लिए डबल मर्डर को अंजाम दिए जाने अनुमान पुलिस लगा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु रैपिड रैस्पोंस टीमें बढ़ाकर टेस्टिंग और कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में तेजी लायें: जिलाधिकारी
कासगंज-डीवीएनए। जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में देर सायं तक कोविड समीक्षा करते हुये कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को गंभीरता से लेकर प्रभावी कार्यवाही कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिये प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी रैपिड रैस्पोंट टीमें बढ़ाकर क्षेत्र में टेस्टिंग और कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कार्य में तेजी लायें। प्रत्येक चिकित्सक के साथ दो आरआरटी टीमें तैनात की जायें। जिससे तेजी से संक्रमितों की पहचान कर उनका समय से समुचित उपचार संभव हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि कन्ट्रोल रूम तथा पोर्टल पर कोविड से सम्बन्धित सभी सूचनायें अपडेट रखी जायें। अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा बढ़ाने पर समुचित ध्यान दिया जाये। अस्पताल में मरीजों के परिजनों को समुचित जानकारी दें। व्यवहार संवेदनशील रखें। कोविड मरीजों की जरूरत पर 108 एम्बूलेंस सेवा को तत्काल उपलब्ध कराया जाये। शासन, प्रशासन द्वारा कोविड-19 के संक्रमण नियंत्रण के नियंत्रण हेतु निरंतर प्रयास जारी हैं। चिकित्सालयों में समस्त व्यवस्थायें ठीक रखें। निगरानी समितियां पूर्ण सक्रियता से कार्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना बीमारी को हल्के में न लिया जाये। जनसामान्य को भी इस भयंकर बीमारी से बचाव हेतु सतर्कता बरतने, मास्क लगाने, स्वच्छता बनाये रखने तथा सोशल डिस्टेंस के साथ ही कोविड नियमों का पालन करने पर विशेष ध्यान देना अनिवार्य है। कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिये सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें। बचाव ही उपचार है। 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और बच्चे घरों से न निकलें। बार बार साबुन से हाथ धोयें और सैनेटाइजर का प्रयोग करें। बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति से सीधे संपर्क में न आयें। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। स्वयं अपने और परिवार व समाज को सुरक्षित रखने के लिये सतर्कता और सावधानी बरतें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, सीएमओ, डिप्टी सीएमओ, एसीएमओ, एसडीएम सदर तथा सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।फोटो – जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में देर सायं तक कोविड समीक्षा की।
अब एम्बूलेंस चालक नहीं वसूल सकेंगे मनमाना किराया, दरें निर्धारित: जिलाधिकारी
कासगंज-डीवीएनए। जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह द्वारा कोविड-19 के संक्रमितों के उपचार हेतु उनके आवास तथा चिकित्सारत हाॅस्पीटल से रैफरल हाॅस्पीटल तक मरीजों को ले जाने हेतु एम्बूलेंस चालकों द्वारा मरीजों के परिजनों से मनमानी दर से किराया वसूलने की शिकायतों को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है।
जिलाधिकारी द्वारा द एपीडेमिक डिजीज एक्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 एवं उ0प्र0 महामारी कोविड-19 विनियमावली-2020 के अंतर्गत आदेश जारी कर जनपद कासगंज में कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु उपयोग में लाये जाने वाली एम्बूलेंस के किराये की दरें निर्धारित कर दी गई हैं। जिससे आम जनता को निर्धारित शुल्क पर एम्बूलेंस वाहन की सुविधा सुगमता से उपलब्ध हो सके। जारी आदेशों केे अनुसार आॅक्सीजन रहित एम्बूलेंस का किराया 10 कि0मी0 की दूरी तक एक हजार रू0 तथा उसके पश्चात 100 रू0 प्रति कि0मी0 की दर निर्धारित किया गया है। आॅक्सीजन युक्त एम्बूलेंस का किराया 10 कि0मी0 तक की दूरी के लिये 1500 रू0 तथा उसके बाद 100 रू0 प्रति कि0मी0 की दर से लिया जा सकेगा। इसी प्रकार वेन्टीलेटर सपोर्टेडध्वाई पैप एम्बूलेंस के लिये 10 कि0मी0 तक का किराया 2500 रू0 तथा उसके बाद 200 रू0 प्रति कि0मी0 की दर से निर्धारित किया गया है। यह दरें प्रति ट्रिप के अनुसार ही देय होंगी। मरीजों को कोविड हाॅस्पीटल पहुंचाने के उपरांत एम्बूलेंस की वापिसी का किराया अनुमन्य नहीं होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमित मरीज अथवा उनके परिजन उक्त निर्धारित दरों से अधिक दर धनराशि लिये जाने की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन नं0 112 व पुलिस कंट्रोल रूम नं0 9454417386 पर दर्ज करा सकते हैं। इन व्यवस्थाओं के लिये सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेश राजपूत मोबा0नं0 980715777 को नोडल अधिकारी बनाया गया है। अपर जिलाधिकारी द्वारा उक्त व्यवस्था का अनुश्रवण किया जायेगा। इस सम्बन्ध में किसी भी समस्या की शिकायत इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेन्टर के मोबा0नं0 8791292672 पर की जा सकती है।
ड्यूटी के साथ धर्म का भी पालन कर रहे कोल्ड चेन मैनेजर हसरत अली
कासगंज-डीवीएनए। जनपद में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अपनी जान की परवाह किए बगैर सेवा में तत्पर रहना बड़ी हिम्मत की बात है, इन्हीं में शामिल हैं हसरत अली, जो जनपद कासगंज में कोल्ड चेन मैनेजर के पद पर तैनात हैं, हसरत अली अपनी ने ड्यूटी के साथ ही रोजा नमाज व तरावही भी पढ़ते हैं। बदायूँ के रहने वाले हैं हसरत अली कासगंज में यूएनडीपी के ईविन प्रोजेक्ट में जिला वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण के लिए वैक्सीन प्रबंधन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उनके कंधों पर है, वैक्सीन का वितरण प्रबंधन, उसकी मॉनिटरिंग,कोल्ड चेन उपकरणों के तापमान की ऑनलाइन निगरानी, टेक्निकल सपोर्ट देना, वैक्सीन से जुड़े विश्लेषण करना, इनकी ड्यूटी में शामिल है, पूरे दिन की ड्यूटी के साथ पाँचो वक्त की नमाज अदा करना व रोजे रखना और रात में तरावही पढना।
उन्होंने बताया कि जनवरी में कोविड टीकाकरण का लेखा- जोखा रखने के लिए भारत सरकार ने कोविन पोर्टल लांच किया, इसका भार भी उनके कंधों पर आ गया, क्योंकि कोविड-19 टीकाकरण एक नया प्रोजेक्ट था, इसलिए बड़ी चुनौती थी, शुरुआती दौर में कोविड टीकाकरण प्रबंधन एक चुनौती भरा काम थाद्य उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ रात को 12 बजे तक मीटिंग चलना, उसके बाद आने वाले टीकाकरण सत्रों के लिए लाभार्थियों का चयन, वैक्सीन प्रबंधन आदि तैयारियां करनी पड़ती थीं, उन्होंने एक साथ कई जिम्मेदारियों को निभाया, 20 घंटे तक काम किया, लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण में परिवार से अलग रहते हुए भी उन्होंने हिम्मत से काम लिया, इस समय रोजा रखकर भी वह नियमित टीकाकरण के साथ कोविड-19 टीकाकरण जैसे काम में महत्वपूर्ण में भूमिका निभा रहे हैं, हसरत अली ने बताया कि काम और समस्या कितनी भी ज्यादा हों, हमें कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए द्य इरादे मजबूत हैं तो कोई भी काम नहीं रुक सकता, उन्होंने कहा हौंसला बुलंद रखो, कामयाबी खुद आपके कदम चूमेगी।
समाजवादी पार्टी ने किया नवनिर्वाचित सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों का स्वागत
कासगंज-डीवीएनए। समाजवादी पार्टी कासगंज ने आज पार्टी कैंप कार्यालय विलराम गेट कासगंज पर समाजवादी पार्टी समर्थित दर्जनों नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों का जिलाध्यक्ष व पूर्व सांसद कुं देवेंद्र सिंह यादव ने शाल उड़ाकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया ।
जिलाध्यक्ष व पूर्व सांसद ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष आपका होगा । जिला का सम्पूर्ण विकास किया जाऐगा और 2022 मे अगली सरकार समाजवादी पार्टी की बनेगी ।
इस अवसर पर पूर्व विधायक हशरत उल्ला शेरवानी, डां नवल किशोर शाक्य, वरिष्ठ जिलासचिव लक्ष्मनसिंह यादव, समर्थ यादव, तनु यादव, संजीव कुमार यादव, हिमांशू शाक्य, पूनम शाक्य, देवेंद्र सिंह लोधी, डां विकास यादव, सचिन यादव,शाहरुख राज,मनोज यादव, ऊषा दिवाकर, महेश चंद दिवाकर, अर्जुन सिंह जाटव, शीला देवी, जितेंद्र यादव, हरिओम शर्मा, विजय कुमार जैन, महेन्द्र सिंह यादव, सत्यपाल यादव आदि लोग उपस्थित हुऐ ।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में मचा कोहराम: शिवेन्द्र पाण्डेय
गोरखपुर-डीवीएनए। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। इस जानलेवा वायरस की वजह से दुनियाभर में अब तक 15.68 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं(जिनमें से 1.85करोड़ लोग अभी भी संक्रमित हैं), वहीं इससे अब तक 41.45 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से प्रथम स्थान पर अमेरिका रहा है जहां पर 3.4करोड़ लोग संक्रमित हुए (जिनमें से अभी भी 67 लाख लोग संक्रमित हैं) तथा लगभग 6 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है) संक्रमण और मौतों के लिहाज से दूसरे स्थान पर भारत तथा तीसरे स्थान पर ब्राजील है।
संक्रमण की वर्तमान दूसरी लहर के अंतर्गत सर्वाधिक प्रभावित राष्ट्र अपना देश भारत है जहां पर अब तक कुल मिलाकर 2.15 करोड़ लोग संक्रमित हुए (जिनमें से अभी भी 36. 5 लाख लोग संक्रमित हैं) तथा कुल मिलाकर 2.35 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है। दूसरी लहर के दौरान अपने देश में प्रतिदिन लगभग 4 लाख लोग संक्रमित हो रहे हैं।ऐसी भयावह स्थिति में इस महामारी से निपटने हेतु केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में प्रमुख हैं मास्क लगाना, सामाजिक दूरी (2 गज की) बनाए रखना, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहना, हाथों तथा संपर्क में आई वस्तुओं इत्यादि को सैनिटाइज करते रहना,भाप तथा काढ़े का नियमित रूप से सेवन करते रहना, गरम पानी पीते रहना तथा सर्वोपरि यह कि यदि अत्यावश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलना। इनके अतिरिक्त यह भी आवश्यक है कि बाहर से घर में प्रवेश करते ही जूते बाहर निकाल देना तथा बाहर ही हाथ पैर धो कर घर में प्रवेश करना एवं प्रवेश करते ही अपने कपड़ों इत्यादि को गर्म पानी में डाल देना एवं तुरंत स्नान कर लेना। अस्तु समस्त देशवासियों-माताओं, बहनो, बंधुओं बड़े बुजुर्गों एवं बच्चों से करबद्ध प्रार्थना है कि इन नियमों का कड़ाई से पालन करें तथा नित्य प्रति इस बीमारी में बाबा रामदेव द्वारा सुझाए गए प्राणायामों को जरूर अमल में लायें। तथा कोविड-19 लक्षणों के प्रकट होते ही निकटवर्ती सरकारी चिकित्सालयध्चिकित्सा केंद्रों के कुशल डॉक्टरों से संपर्क करके इन सावधानियों को बरतते हुए अपनी चिकित्सा तुरंत प्रारंभ कर दें। इसी क्रम में सभी महानुभावों से मेरी करबद्ध प्रार्थना है कि जहां तक हो सके गरीबों एवं जरूरतमंदों की यथा संभव भोजन, कपड़ा, दवाओं तथा चिकित्सा द्वारा हर सहायता पहुंचाने जैसे पुनीत कार्य कर पुण्य के भागी बनें।इस संबंध में मैं एक संक्षिप्त कहानी का उद्धरण प्रस्तुत करना चाहूंगा।
एक बार एक पक्षी समुंदर में से चोंच से पानी बाहर निकाल रहा था। दूसरे ने पूछा भाई ये क्या कर रहा है? उसने बोला इस समुंदर ने मेरे बच्चे डुबो दिए अब मैं इसे सूखा दूँगा, दूसरा पक्षी बोला भाई तुझसे क्या समुंदर सूखेगा, तू तो बहुत छोटा है तेरा पूरा जीवन लग जाएगा, पहला बोला देना है तो साथ दे, सिर्फ सलाह नहीं चाहिए, ऐसे में अन्य पक्षी भी आते गए सभी एक दूसरे को कहते रहे सलाह नहीं साथ चाहिए। इस तरह हजारों पक्षी काम पर लग गए, ये देख भगवान विष्णु जी का वाहन गरुड़ भी वहाँ जाने लगा, भगवान बोले तू वहाँ जाएगा तो मेरा काम रुक जाएगा और तुम पक्षियों से वो समुंदर सुखना भी नहीं है, गरुड़ बोले प्रभु सलाह नहीं साथ चाहिये, फिर क्या था जैसे ही विष्णु जी आये समुंदर सुखाने, समुंदर डर गया और उसने उस पक्षी के बच्चे लौटा दिए।
इसलिए हमेशा याद रखें किसी भी महामारी के समय इंसानों को आपकी सलाह नहीं केवल आपका साथ चाहिये होता है। आइये इस महामारी का करें डट कर सामना तभी भागेगा कोरोना ।
मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि समस्त विश्व को इस महामारी से मुक्त करें एवं सब को स्वस्थ एवं सुखी रखें।
सर्वे भवन्तु सुखिनरू सर्वे सन्तु निरामयारू,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मां कश्चित् दुख भाग्भवेत्।
ईश्वर जगत कल्याण करें।
शिवेन्द्र पाण्डेय-प्रदेश प्रवक्ता
आल इंडिया ह्यूमन राइट संगठन
शार्ट सर्किट से लगी आग,5 करोड़ का हुआ नुकसान
सुल्तानपुर-डीवीएनए। शार्ट सर्किट से आग लगने के चलते लगभग 5 करोड़ कीमत का सामान जलकर राख हो गया।पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की निर्माता कंपनी एप्को के स्टोर तुम में शॉर्ट सर्किट से बीती देर रात आग लग गयी।
जिले के हलियापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कुआंसी बड़ाडाड़ स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की निर्माता कंपनी एपको के सेट्रल स्टोर रूम में शॉर्ट सर्किट से आग लगने से करीब पांच करोड़ रुपये का सामान राख हो गया।
BSP को लगा बड़ा झटका, कद्दावर नेता जुनैद अहमद हाथी की सवारी छोड़,साईकिल पर हुए सवार
सुल्तानपुर-डीवीएनए। बीते 27 साल से इसौली विधानसभा के कद्दावर नेता जुनैद अहमद आखिरकार बहुजन समाज पार्टी का दामन छोड़कर समाजवादी साइकिल पर सवार हो गए। 27 साल से बहुजन समाज पार्टी में रहकर विधानसभा में एक नई धार देने वाले जुनैद अहमद आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से पंचायत चुनाव में समर्थन न मिलने से नाराज चल रहे थे। नाराजगी यहां तक बढ़ती गई कि आखिर कार उन्हें बहुजन समाज पार्टी का दामन छोडना पड़ा।
आपको बता दें कि बीते 27 साल से बहुजन समाज पार्टी में रह कर अनेको उतार-चढ़ाव देखे लेकिन पार्टी को कभी नहीं छोड़ा। तो वहीं सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इसौली विधानसभा के कद्दावर नेता जुनैद अहमद की पत्नी बल्दीराय ब्लाक के वार्ड नंबर 28 से जिला पंचायत सदस्य की प्रत्याशी थी। जिन्हें बहुजन समाज पार्टी से समर्थन न मिलने पर नाराजगी चल रही थी जिसका खामियाजा बहुजन समाज पार्टी को आखिरकार भुगतना पड़ा। तो वही श्री अहमद ने बताया कि मैं पिछले 27 साल से बहुजन समाज पार्टी मे रहकर पूरी ईमानदारी व निष्ठा से पार्टी को मजबूत करने का कार्य कर रहा था। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मेरी पत्नी बल्दीराय ब्लाक के वार्ड नंबर 28 से जिला पंचायत सदस्य की प्रत्याशी थी। जिन्हें बसपा से समर्थन नहीं दिया गया। मैंने 27 साल से इसौली विधानसभा में बसपा की नीव मजबूत करने हेतु पार्टी के प्रति ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करने का मुझे यही सिला दिया। तो वही कद्दावर नेता जुनैद अहमद के बसपा छोड़कर सपा में जाने से इसौली में सियासत तेज हो गई।
RPIC स्कूल के विद्यार्थियों ने कुछ अपने अंदाज में कोरोना से बचाव के दिए संदेश
महराजगंज-डीवीएनए। सिसवा बाजार स्थित आरपीआइसी स्कूल के विद्यार्थियों ने कोरोना से बचाव के लिए समाज के लोगों को जागरूक किया। विद्यार्थियों ने पोस्टर के माध्यम से संदेश दिया।
विद्यार्थियों ने पोस्टर के माध्यम से यह संदेश दिया कि हमें इस माहौल में अपने घर से बाहर नहीं निकलना है। इस समय हमें कोरोना से बचकर रहना है। साथ ही साथ वे यह भी संदेश देना चाह रहें थें कि इस समय स्थिति सही नही है और जो लापरवाही कर रहा है उसे दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
विद्यार्थियों के इस संदेश को देखते हुए विद्यालय के संचालक ई. नीरज तिवारी ने भी बताया कि हम सभी को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और मास्क का उपयोग हमेशा करना चाहिए।
विद्यार्थियों के इस कार्य को विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. पंकज तिवारी, धीरज तिवारी, देवेंद्र शुक्ला, प्रतीक श्रीवास्तव,अश्वनी कुमार,अनिल कपूर, अंकित पांडेय, अरविंद पाण्डेय , विजय शंकर मिश्रा, मनीष मिश्रा ,अभय जायसवाल, धर्मेंद्र यादव ,सूरज मिश्रा और भी संस्था से जुड़े लोगों ने प्रोत्साहित किया।
जिला पंचायत सदस्य चुनाव में भाजपा की करारी हार, क्या जिलाध्यक्ष पर गिरेगी गाज?
बांदा-डीवीएनए। जिले में जिला पंचायत चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों में अधिकांश की हार से जिला भजपा संगठन सकते में हैं और इसके लिये सर्वाधिक दोषी पार्टी में जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद को माना जा रहा है! यह हमारे व्यक्तिगत आरोप नहीं है! यह स्वर संगठन के अंदर चर्चा का विषय बना हुआ है? प्रत्याशियों के चयन में धन वसूली जबरदस्त की गई? पार्टी के अंदर से छन कर आ रही सूचनओं को यदि सही माना जाये तो ष्दस लाख दो और टिकट लोष् का ज्यादातार यही राजनीतिक शतरंज का पासा चला गया।
जिलाध्यक्ष का कथित अभियान डीडीसी के चुनाव में ऐसा उल्टा पड़ा की तीस सीटों वाली जिला पंचायत में भाजपा समर्थितों की जीत सात की संख्या पर ही सिमट कर रह गई। परिणाम देखकर जिलाध्यक्ष और उनके टीम के खास कथित चहेते जिनमे नरैनी, बबेरू और तिंदवारी क्षेत्र के पार्टी जनप्रतिनिधियों के नाम हैं वह सभी भौचक्के हैं। मातम हैं कि क्या से क्या हो गया? पासे उल्टे पड़ गये।
बताते हैं कि जिले में विकास के लिये चर्चित पार्टी के एक विधायक नें काफी प्रयास किया कि जिताऊ पार्टी उम्मीदवारों को ही मैदान में लाया जाये, लेकिन नोटों की चमक के आगे सही सुझाव और प्रयास को दर किनार कर दिया गया।पार्टी चुनाव में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई।
जिला पंचायत में भाजपा की स्थिति देखते हुये अब तो पार्टी के अंदर जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद की स्थिति एवं पकड़ कमजोर सी बताई जा रही हैं। नकारा और लालची की छवि नें उनपर घेरा सा डाल दिया हैं! हालत की गंभीरता यह तक चर्चा में पहुंच गई हैं कि यदि अगले साल विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रखना हैं तो जिलाध्यक्ष पद पर समय रहते बदलाव करना होगा और किसी समर्पित, निष्ठावान को जिले की कमान सौंपनी होगी।
वर्तमान जिलाध्यक्ष के कारण जिला पंचायत चुनाव में कई बागी भी हो गए। इनमें जहां जीत भी हुई वहीं पार्टी वोटों का बटवारा भी हो गया,और बसपा का चुनावी पारा चुनौती बनकर सामने आ गया।
संवाद विनोद मिश्रा
कोविड 19 को लेकर सरकारी दावे फेल, पडरौना में जल्द हो कोविड अस्पताल का निर्माण: शाहिद लारी
पडरौना-कुशीनगर (डीवीएनए)। बहुजन समाज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष शाहिद लारी का आरोप है की कुशीनगर सरकारी हॉस्पिटल की स्थिति बहुत दयनीय है, सभी सरकारी दावे फेल हैं। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द पडरौना में कोविड अस्पताल का निर्माण किया जाए।
श्री लारी ने बताया कि जिला अस्पताल में बेड की भी कमी है, एंबुलेंस की भी कमी है, प्राइवेट एम्बुलेंस वाले मनमानी पैसा वसूल रहे हैं। कोरोना जांच की रिपोर्ट आने में भी 20-25 दिन लग जा रहे हैं।
श्री लारी ने यह भी बताया कि जब उन्होंने सरकारी हॉस्पिटल में जाकर देखा तो लोगों का इलाज जमीन पर किया जा रहा था, यह देख कर मेरा आखें नम हो गई। ऐसे लग रहा था की लोगो कोरोना (कोविड 19) का इलाज भेड़ बकरियों की तरह जमीन पर हो रहा है।
सरकार और अस्पताल प्रशासन से निवेदन है कि तत्काल बेड की व्यवस्था करें, साथ ही श्री लारी ने पडरौना सदर विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मा० स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा पडरौना में ऑक्सीजन प्लांट लगाने एवं वेंटिलेटर युक्त बेड्स की व्यवस्था के लिए 1 करोड़ की राशि देने के लिए धन्यवाद दिया।
श्री शाहिद लारी ने कुशीनगर वासियों के लोगों से अपील किया की घर पर रहें सुरक्षित रहें अगर आवश्यक कोई कार्य हो तभी घर से बाहर निकले, बिना मास्क के घर से बाहर न निकले, 2 गज की दूरी बनाकर रहे तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
कोरोना वारियर्स पर हमला निंदनीय
सिसवा बाजार-महराजगंज (डीवीएनए)। सिसवा बाजार में लॉकडाउन का उलंघन का कवरेज करने गए पत्रकार पर हमले को स्थानीय पत्रकारों ने निंदनीय बताया।
गुफरान अहमद, असलम सिद्दीकी, ओंकार कसेरा, बलराम मिश्रा, दिनेश यादव, सुनील पाठक, राजेश वैश्य, अभिषेक श्रीवास्तव, संदीप मिश्रा, शुभम खरवार, दीपक कुमार, मनीष कुमार आदि पत्रकारों ने कहा कि मीडिया भी कोरोना वारियर्स की श्रेणी में है और कोविड प्रोटोकॉल का उलंघन का कवरेज करने गए पत्रकार पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। जिसे पत्रकार कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
समाचार कवरेज करने गए पत्रकार पर हुआ जानलेवा हमला, 8 नामजद सहित 10 अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज
महराजगंज-डीवीएनए। सिसवा कस्बे के मेन मार्केट में रविवार को कवरेज करने गए पत्रकार मनोज जायसवाल पर लगभग डेढ़ दर्जन की संख्या में व्यापारियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए हमला बोल कर दिया। जिसमें मनोज गंभीर रूप से चोटिल हो गए। पीड़ित की तहरीर पर कोठीभार पुलिस ने देर शाम तक 8 नामजद व 10 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।
पत्रकार मनोज जायसवाल के तहरीर के अनुसार उनको सूचना मिली कि सिसवा कस्बे के मेन मार्केट में कुछ कपड़े के दुकानदार लॉकडाउन में कोविड प्रोटोकॉल का उलंघन कर रहे हैं। ऐसे व्यापारी अपनी दुकान के पीछे के दरवाजे से 25 से 30 की संख्या में ग्राहक घुसाकर दुकान का मेन शटर बंदकर दुकानदारी कर रहे हैं। और कोविड प्रोटोकॉल का जमकर उलंघन कर रहे हैं। इस सूचना पर रविवार को करीब 8 बजे जब मनोज कवरेज करने पहुंचे तो अधिकांश दुकानें खुली हुई मिलीं। उन्होंने जब अपने मोबाइल से फोटो लेने का प्रयास किया तो लगभग डेढ़ दर्जन की संख्या में व्यापारियों ने मनोज के ऊपर जान से मारने की धमकी देते हुए हमला बोल दिया। मौके पर सैकड़ों की भीड़ इकट्ठी हो गई। किसी तरह मनोज वहां से अपनी जान बचाकर भागने में सफल हो गए। कोठीभार पुलिस ने मनोज की तहरीर पर 8 नामजद सहित दस अज्ञात के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147, 323, 504, 506, 352 व महामारी अधिनियम 1897 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
उप निदेशक के निर्देश: डोर टू डोर सर्वे कर पता लगाएं कितने को नहीं लगा टीका
बांदा-डीवीएनए । कोरोना संक्रमण को की भयावहता को देखते हुये त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद गांव में टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिए निगरानी समितियों को सक्रिय कर दिया गया है। चित्रकूटधाम मंडल के उपनिदेशक पंचायत ने निर्देश दिए कि घर-घर सर्वे कर पता लगाया जाए कि कितने लोगों का टीकाकरण हो चुका है कितने शेष हैं। सभी का टीकाकरण कराएं। साथ ही ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा जाए।
आजकल उपनिदेशक पंचायत दिनेश सिंह मंडल में कोरोना महामारी से बचाव के लिए निगरानी समितियों की बैठक कर रहे हैं। बांदा के कई गांवों में बैठक के बाद महोबा जिले की ग्राम पंचायत बेंदो में निगरानी समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। बताया गया कि ग्राम पंचायत में 543 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। उपनिदेशक ने सर्वे कराकर सूची तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि जो लोग अभी शेष हैं उन्हें तुरंत टीका लगवाया जाए। लक्षण वाले मरीजों की तत्काल जांच कराएं। साथ उन्हें मेडिकल किट वितरित की जाए। ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन का ख्याल रखें। बैठक में सहायक विकास अधिकारी पंचायत दयाराम निर्मल, जिला सलाहकार राहुल गौतम, निगरानी समिति के सदस्य व नवनिर्वाचित प्रधान बालकिशुन अहिरवार, आंगनबाड़ी, आशा आदि मौजूद रहे।
संवाद विनोद मिश्रा
बाहुबली मुख्तार की कोर्ट से फरियाद: साबित कहावत मनुष बली नहीं होत है, समय होत बलवान
बांदा-डीवीएनए। मनुष बली नहीं होत है समय होत बलवानष् यह कहावत से प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर चरित्रार्थ हो रही है। जेल में बन्द अंसारी की कोर्ट से फरियाद सुनकर यही कथ्य और तथ्य उजागर होता है।
अब हम आपको बाहुबली द्वारा कोर्ट में फरियाद की अर्जी का उल्लेख कर रहें है पढ़िये। मी लार्ड! मैं लगातार पांच बार से जिला मऊ सदर विधान सभा से विधायक हूं। 16 साल से जेल में हूं। इस कैद के दौरान शुगर, ब्लड प्रेसर, हाइपरटेंशन, यूरिक एसिड, कमर दर्द आदि मर्ज-तकलीफ हो गईं। सुबह, दोपहर, शाम हर 6 घंटे में 9-10 कैप्सूल और गोलियां प्रतिदिन खानी पड़ रही हैं। गर्मी के इस मौसम में इतनी दवाएं खाने से शरीर में छाले निकल आए हैं। खुजली हो गई है। कमर दर्द से राहत नहीं मिल रही है। डाक्टरों का कहना है कि टैम्प्रेचर कंट्रोल के लिए एयर कूलर की जरूरत है। हड्डी विशेषज्ञ तख्त पर सोने और श्वांस रोग विशेषज्ञ डाक्टर मच्छरदानी लगाने की सलाह दे रहे हैं। वह यह सब व्यवस्थाएं खुद के खर्चे पर करने को तैयार है। न्याय हित में जेल प्रशासन को यह सुविधाएं दिलाए जाने के निर्देश जारी करें।
यह करुण फरियाद मंडल कारागार बांदा में निरुद्ध मऊ बाहुबली विधायक डान मुख्तार अंसारी ने अपने अधिवक्ता के जरिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मऊ की अदालत में की है। मुख्तार अंसारी की ओर से कहा गया है कि वह शांतिप्रिय और न्याय में विश्वास रखने वाला व्यक्ति है। काफी अर्से से वह प्रदेश की विभिन्न जेलों मे निरुद्ध है। वर्तमान समय वह बांदा कारागार में है। इतने लंबे समय से जेल में रहने के दौरान उसे कई गंभीर बीमारियों ब्लड प्रेसर, हाइपर टेंशन, यूरिक एसिड जैसी तकलीफें हो गई हैं। इन बीमारियों से राहत पाने के लिए उसे सुबह शाम 6 घंटे के अंतराल में 9 से 10 कैप्सूल और तमाम गोलियां रोजाना खानी पड़ रही हैं। बुंदेलखंड के बांदा की भीषण गर्मी के मौसम में तमाम दवाएं खाने से उसे एलर्जी हो गई है। शरीर में दाने और छाले निकल आते हैं। खुजली हो रही है। कमर दर्द से उसे भारी तकलीफ है। पिछले दिनों डाक्टरों की टीम ने जेल आकर उसे दवाएं दी थी। टैम्प्रेचर कंट्रोल के लिए एयर कूलर लगवाने की सलाह दी थी। हड्डी रोग विशेषज्ञ ने हार्ड बेड (तख्त) पर सोने और श्वांस रोग विशेषज्ञ डाक्टर ने मच्छरदानी लगाने की बात कही है।
इस अर्जी में मुख्तार अंसारी ने जेल मैनुअल के पैरा 432 का हवाला देकर कहा है कि विचाराधीन बंदी को व्यक्तिगत श्रोत से खाना, कपड़ा आदि आवश्यक वस्तुओं को क्रय करने का आज्ञा पत्र प्रावधान है। ऐसे में वह स्वयं के खर्च से एयर कूलर, तखत, मच्छरदानी आदि आवश्यक वस्तुएं खुद के खर्चे पर खरीदने को तैयार है। उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जेल मैनुअल के अनुरूप आवश्यक वस्तुओं का इस्तेमाल करने के लिए जिला कारागार के जेल अधीक्षक को निर्देशित किया जाये।
मुख्तार अंसारी की अर्जी को संज्ञान में लेते हुए मऊ सीजेएम ने बांदा जेल सुप्रिटेंडेंट से सवाल किया है कि क्या यह व्यवस्थाएं दी जा सकती हैं। अगर ऐसा संभव है तो वह अदालत को बताएं।
इस संबंध मे जेलर प्रमोद कुमार तिवारी नें बताया कि अब तक उनके पास इस तरह का कोई पत्र नहीं आया। हालांकि वह जेल मैनुअल के हिसाब से सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
संवाद विनोद मिश्रा
जिला पंचायत सदस्य: तीन अंगूठा छाप और चार प्राइमरी पास
बांदा-डीवीएनए। जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी) में ग्रामीण मतदाताओं ने तीन निरक्षर सदस्यों पर भरोसा जताया है। इनके अलावा चार प्राइमरी, दो जूनियर हाईस्कूल और मात्र एक हाईस्कूल उत्तीर्ण सदस्य जिले के सबसे बड़े सदन में प्रतिनिधित्व करेंगे। हालांकि नवनिर्वाचितों में परास्नातक और स्नातक जिला पंचायत सदस्यों की संख्या सात-सात है। खास बात यह है कि परास्नातक धारकों में पांच सदस्य महिलाएं हैं। इनके अलावा छह लोग इंटर उत्तीर्ण है। जिला पंचायत सदस्य के सभी 30 सीटों के परिणाम प्रदेश निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड हैं।
चुनाव परिणाम आने के बाद निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर नवनिर्वाचित सभी 30 जिला पंचायत सदस्यों का ब्योरा अपलोड है। पंचायत चुनाव नामांकन पत्र में शैक्षिक योग्यता के कालम में भरे गए विवरण के मुताबिक नवनिर्वाचित 30 जिला पंचायत सदस्यों में निरक्षर सदस्यों की संख्या तीन है। इनके शैक्षिक कॉलम में निरक्षर दर्ज है। इनमें वार्ड नंबर-9 से गायत्री देवी, वार्ड-17 से असरफुल अमीन और वार्ड-25 से राजकुमारी शामिल हैं। प्राइमरी तक शिक्षा हासिल करने वाले सदस्यों में वार्ड-1 से राजाराम विश्वकर्मा, वार्ड-14 से रेखा सिंह, वार्ड-18 से राजरानी व वार्ड-21 से मीरा देवी हैं। वार्ड-5 से कृष्णा देवी और वार्ड-27 से चंद्रशेखर जूनियर हाईस्कूल तक पढ़े हैं। वार्ड-6 से सुनील सिंह एक मात्र हाईस्कूल उत्तीर्ण सदस्य हैं।
संवाद विनोद मिश्रा
यूपी में कोरोना हुआ खतरनाक, 17 मई तक बढ़ाया गया कोरोना कफ्र्यू, अब बसें नहीं जायेंगी प्रदेश से बाहर
लखनऊ-डीवीएनए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने कर्फ्यू की अवधि को एक बार फिर से बढ़ा दिया है। आज के जारी आदेश के अनुसार अब 17 मई तक पाबंदियां लागू रहेंगी। इससे पहले आंशिक तौर पर लगाए कर्फ्यू की अवधि सोमवार सुबह समाप्त हो रही थी, लेकिन नए आदेश के बाद अब यह पाबंदियां 17 मई तक जारी रहेंगी। फिलहाल यह व्यवस्था इसी हफ्ते के लिए की गई है। अब देखना होगा कि अगले हफ्ते की स्थिति देखते हुए क्या फैसला होता है। सरकार ने कर्फ्यू की अवधि बस बढ़ाई है, पहले के नियमों में कोई बदलाव नहीं किया है। इस दौरान लोगों के बेवजह बाहर निकलने पर रोक है। बाजार बंद रहेंगे और शहरों में साप्ताहिक बाजारों पर रोक लगी हुई है। हालांकि, औद्योगिक गतिविधियों और जरूरी सेवाओं के आवागमन पर कोई रोक नहीं है। भीड़भाड़ को रोकने और आवागमन को सीमित करने के उद्देश्य से होम डिलिवरी सेवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को फैसला किया है कि अगले कुछ दिनों तक राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें राज्य की सीमा से बाहर नहीं जाएंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने हिदायत दी है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन केवल प्रदेश के अंदर ही किया जाए।
इसके अलावा प्रदेश में आ रही फ्लाइट्स पर भी कुछ पाबंदी लगी हुई हैं। सीएम ने विमान सेवा से प्रदेश में आने वाले लोगों के लिए कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने का आदेश दिया है और यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि विमान सेवा के माध्यम से प्रदेश से जाने वाले लोग भी निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही जाएं और रेल से आने वाले यात्रियों की पूरी सूची प्राप्त की जाए, साथ ही, उनकी स्क्रीनिंग भी की जाए।
दर्दनाक: नही रहे युवा पत्रकार मुनीर आलम
महराजगंज-डीवीएनए। बृजमनगंज कस्बा निवासी युवा युवा पत्रकार मुनीर आलम उर्फ डब्बू अब नही रहे, आज देर शाम उनका निधन हो गया, निधन की सूचना से पत्रकारों व अन्य लोगों में शोक की लहर दौड़ गई, लोगों ने उनके घर पर पहुंचकर अपनी गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त किया।
बताते चले बृजमनगंज कस्बे के युवा पत्रकार मुनीर आलम अपनी निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे, कुछ दिन पहले वह करोना पाज़िटिव थे और उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया था बाद में उन्हें खासी की गंभीर शिकायत हुई जिसके बाद उनका आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट भी किया गया जिसमें उन्हें नेगेटिव बताया गया आज शाम को अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई, घर के लोग उन्हें लेकर केएमसी गए जहां पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल ले जाने के लिए कहा, अभी जिला अस्पताल पहुँचते की रास्ते में ही उनका निधन हो गया।
मुनीर आलम के निधन की सूचना जब कस्बे में फैली तो बड़ी संख्या में क्षेत्र के पत्रकार, जनप्रतिनिधि व अन्य लोग उनके आवास पर पहुंच गए और गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया।
प्रधान पति सहित पचास अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
अमेठी-डीवीएनए।भीड एकत्रित कर जनसभा को संबोधित करने पर प्रधान पति सहित पचास अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी ।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सभा टाण्डा के नवनिर्वाचित प्रधान पति अब्दुल रशीद द्वारा बीती शाम को करोना कर्फ्यू का पालन न करके ग्राम सभा मे दर्जनों ग्रामीणों को एकत्र कर जीत की बधाई दे रहे रहे थे जिसमे खुले आम सोशल डिस्टेंसिग की धज्जिया उड़ाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था । प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रधान प्रतिनिधि सहित पचास अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है । इस सम्बंध में कोतवाल अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुकदमा लिख धर पकड़ के लिए टीम मौके पर भेजी गई है ।
सांसों के नाम पर सौदा करने वाले अस्पताल अब प्रशासन के निशाने पर
बाराबंकी-डीवीएनए। कोविड अस्पतालों की काली करतूतों की पोल अब खुलने लगी है । सांसों के नाम पर सौदा करने वाले अस्पताल अब प्रशासन के निशाने पर है आस्था हास्पिटल पर कार्यवाही शुरू कर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा करने वाले को बक्सा नहीं जाएगा । इसके बावजूद भी अस्पतालों में मनमानी जारी है बिना ऑक्सीजन कोविद मरीजों की भर्ती नहीं दी जा रही है जिससे घरों में आइसोलेट मरीजों को ऑक्सीजन महंगे दामों पर बेचा जा रहा है लोग सांस के नाम पर ही सौदा कर रहा है इसका अन्दाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि खाली सिलेण्ङर का ही लिया जा रहा है जो जग जाहिर है बताने की आवश्यकता नही है ऐसे मे यह कहना अतिशयोक्ति न होगा कि उनमें जरा भी इंसानियत नहीं रह गई है।
प्रधानमंत्री के मूल मंत्र आपदा को अवसर में बदल रहे हैं कहा तो यहां तक जा रहा है कि ऐसे लोगों का निजी अस्पताल संचालकों से सांठगांठ है जिससे वही के लोग इनका पता बताते हैं बाद में अस्पताल का कमीशन पहुंचा दिया जाता है जिससे वह भी मरीजों से सीधे बात नही करते है भरा सिलेण्ङर 70 हजार से एक लाख तक ऑक्सीजन पर ही खर्च हो रहे हैं जो गरीब के पहुंच से बहुत दूर है ऐसे में मरीज तड़प तड़प कर मरने को विवश हैं । उधर जानकारों का ही कहना है कि केवल एक अस्पताल पर कार्रवाई से ऑक्सीजन की कालाबाजारी रुकने वाली नहीं है अन्य अस्पतालों पर भी शिकंजा कसने की जरूरत है जहा से प्रतिदिन किसी न किसी मरीज को आक्सीजन के अभाव मे अस्पताल गेट पर तङप तङप कर मर रहे है ऐसे कई मामले सुर्खियों में है ।
प्रशासन ने तय किया एंबुलेंस का किराया
कोविङ मरीजो को लाने ले जाने के लिये एंबुलेंस संचालको की मनमानी अब नही चलेगी । निर्धारित किराये पर ही गन्तव्य तक पहुचाना होगा । प्रशासन ने बाकायदा इसका रेट तय कर दिया है जिसके अनुसार ही एंबुलेंस चालक किराया ले सकेगें । मनमानी करने पर संबंधित के खिलाफ कारवाई भी की जायेगी । जिलाधिकारी ङा आदर्श सिह ने विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है । उन्होने बताया कि दस किमी की दूरी विना आक्सीजन एक हजार इसके पश्चात 100 रुपया प्रति अतरिक्त किमी देय होगा आक्सीजन युक्त होने पर 1500 तथा इससे अधिक दूरी पर रुपया 100 प्रति किमी ही लिया जा सकेगा ।वेटिलेटर युक्त एंबुलेंस दस किमी के लिये 2500 तथा उसके पश्चात 200 प्रति किमी देय होगा अधिक किराया चार्ज करने पर शिकायत के आधार पर कारवाई की जायेगी ।
दिवंगत भाजपा विधायक के घर पहुंची स्मृति ईरानी
रायबरेली-डीवीएनए। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार की दोपहर अचानक दिवंगत विधायक दलबहादुर कोरी के पद्मनपुर बिजौली स्तिथ घर पहुंची।उन्होंने विधायक की पत्नी से गले मिलकर उन्हें सांत्वना दी और भविष्य में हर सहयोग का वादा किया।केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम बिना प्रोटोकॉल के और इतना गुप्त था कि स्थानीय पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
केंद्रीय मंत्री ने दिवंगत विधायक की पत्नी व अन्य पारिवारिक सदस्यों से मुलाकात की।इसके पहले उन्होंने दिवंगत विधायक के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।इस दौरान केंद्रीय मंत्री बहुत भावुक नजर आईं।करीब आधा घंटे बाद वह कार से लखनऊ के लिए रवाना हो गई।गौरतलब है कि सलोन विधायक दलबहादुर कोरी का शुक्रवार की भोर एक अस्पताल में निधन हो गया था।जमीन से जुड़े विधायक कोरी स्मृति ईरानी के नजदीकी नेताओं में माने जाते थे।शुक्रवार को ही उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।उनके निधन से रायबरेली और अमेठी भाजपा के लिए अपूर्णीय क्षति माना जा रहा है।
काम नहीं, प्रचार कर रहे हैं सीएम: संजय सिंह
लखनऊ-डीवीएनए। कोविड कमांड सेंटरों से आम आदमी को राहत नहीं मिल पा रही है। कोविड अस्पतालों में जगह न होने के बावजूद सरकार बेड खाली दिखा रही है। सरकार के पोर्टल पर कोविड मरीजों के लिए खाली दिखा रहे बेड की पोल लाइव डेमो देकर हाईकोर्ट पहले ही पोल खोल चुका है । लखनऊ में डीआरडीओ द्वारा बनाये गए अस्पताल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोरशोर से उदघाटन किया था। इस अस्थायी अस्पताल में बेड खाली पड़े है लेकिन सरकार आम आदमी को बेड नहीं दे रही है, वीवीआइपी के लिये सुरक्षित रखे जा रहे हैं । लोगों को ऑक्सीजन,बेड,वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है जिसके अभाव में लोग तड़प-तड़प कर दम तोड़ रहे हैं, इलाज पाने के लिये परिजन प्रशासन के सामने गिड़गिड़ा रहे है, ह्रदयविदारक ऐसे दृश्यों के तमाम वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं ।महामारी के इस वक्त में मुख्यमंत्री काम नहीं, प्रचार कर रहे हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुरादाबाद में कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने को लेकर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ये बातें कहीं। संजय सिंह ने कहा कि महामारी के इस दौर में जब जनता को सरकार से इलाज जैसी मूलभूत सेवा की दरकार है, तब भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार झूठे दावों और प्रचार का सहारा लेकर लोगों को गुमराह करने में जुटी हुई है। सरकार ने महामारी की आपदा को प्रचार और भ्रष्टाचार का अवसर बना लिया है। चाहे ऑक्सीमीटर घोटाला हो या पीपीई किट घोटाला इस सरकार ने कोरोना के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया है। दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोकना सरकार का काम है। मुख्यमंत्री निरीक्षण कर के कोविड अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त बता रहे हैं, जबकि आम आदमी इन्हीं अस्पतालों और कमांड सेंटरों पर इलाज के लिए आंसू बहा रहा है। मुख्यमंत्री स्थितियां काबू में होने की बातें कहते हैं तो वहीं प्रदेशभर के अंत्येष्टि स्थल से उठती चिताओं की लपटें उनके झूठ को दुनिया के आगे बेनकाब कर रही हैं।
कहा कि उनके गलत फैसला के कारण आज कोरोना गांव गांव तक फैल चुका है। प्रदेश की ग्रामीण आबादी महामारी से कराह रही है, पर चुनाव प्रेमी योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार सब ठीक बताने में जुटी हुई है। कहीं पंचायत चुनाव के नवनिर्वाचित पदाधिकारी बीमारी से दम तोड़ रहे हो तो कहीं पर उनके परिवार के लोग। उन्होंने सरकार को इन मौतों का जिम्मेदार बताते हुए पीडित परिवारों के एक व्यक्ति के लिए सरकारी नौकरी भी मांगी।
आग में लाखों की संपत्ति जलकर हुआ खाक
बस्ती-डीवीएनए। महराजगंज कस्बे में गैस सिलेंडर के लीकेज से आज शनिवार को करीब 2 बजे कप्तानगंज थाना क्षेत्र के महाराजगंज कस्बा निवासी छेदी लाल के घर में गैस चूल्हे पर खाना बनाते समय भीषण आग लग गई ।देखते ही देखते मिनटों में पूरे घर में भीषण आग फैल गयी, घर व मोहल्ले के लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई।गैस सिलेंडर में तेज आवाज के साथ धमाके से कस्बे में भगदड़ मच गयी, घर छोड़कर कस्बा वासियों ने सड़क पर डेरा डाल दिया। फायर ब्रिगेड को फोन करने पर घंटो तक फायर ब्रिगेड की टीम नहीं पहुंची ।जब सारा सामान जलकर खाक हुआ तब पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम जिससे व्यापारियों में काफी आक्रोश है, लाखों की संपत्ति वा सामान जलकर खाक हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने मामले का जायजा लिया, कोविड-19 का पालन कराने के लिए क्षेत्र भ्रमण पर निकले नायब तहसीलदार खुशबू सिंह ने महाराजगंज कस्बे में पहुंच कर कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिया।
जागरूकता ही कोरोना से लड़ने का हथियार है: मोहम्मद रजि
गोरखपुर-डीवीएनए। आल इंडिया मानवाधिकार संगठन के गोरखपुर जिला अध्यक्ष मोहम्मद ने कोरोना से जंग में जागरूकता को ही कोरोना से लड़ने का हथियार बताया।उन्होंने कहा जागरूकता से ही कोरोना से जंग जीती जा सकती है।
मोहम्मद रजि ने जनता से अपील की और कहा कोरोना महामारी ने पिछले साल से ज्यादा खतरनाक तरीके से देश के साथ हमारे शहर में पांव पसार लिया है,जिसके कारण रोजाना काफी मौतें हो रही हैं,जनता को जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाना चाहिए और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए। मास्क लगाने के साथ सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहना चाहिए। उन्होंने अपने समाज के लोगों से अपील की और कहा कि सरकार द्वारा कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार नमाज भी मस्जिद के बजाय अपने घरों में ही अदा करें।
बालू का अवैध परिवहन: खनिज अधिकारी नें चलवाया चाबुक, मचा हड़कंप
बांदा-डीवीएनए। सावधान-होशियार फिर गिरने लगी हैं गाज। जी हाँ हम आपको खबर बता रहे हैं बालू के अवैध खनन एवं परिवहन की। जिलाधिकारी आनंद सिंह के निर्देश पर खनिज अधिकारी सुभाष सिंह एक बार फिर सख्त मूड में हैं और बालू के अवैध खनन एवं परिवहन की चेकिंग शुरू कर दी है। इसी अभियान के तहत बालू के अवैध परिवहनमें आज ट्रक और ट्रैक्टरो पर शामत आ गई और पकड़े गये।
मामला नरैनी क्षेत्र के कोलावल रायपुर खदान से संबंधित है। यहां से ट्रक और ट्रैक्टर से बालू का अवैध लोडिंग कर परिवहन किया जा रहा था। मामला खनिज अधिकारी के संज्ञान में आया तो उन्होने खान निरीक्षक जीतन सिंह को निर्देश दिये। खान निरीक्षक, नरैनी सीओ तथा थाना प्रभारीनें ग्राम बांसी के पास ट्रक एवं उसके चालक रामगोपालऔर ट्रैक्टर चालक अनूप निवासी कोलावल रायपुरको वाहनों में बालू लोडिंग के साथ पकड़ लिया। वह परिवहन प्रपत्र भी मांगने पर नहीं दिखा पाये। मालिकों का नाम क्रमशः राम मनोहर एवं देवी चरण बताया। स्वीकारा कि वह चोरी से बालू लोडिंग कर बेचने ले जा रहे थे।
निरीक्षक टीम नें ट्रक और ट्रैक्टर जब्त कर चालकों एवं मालिकों के विरुध्द खनिज नियमावली की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। इस कार्यवाई से बालू का अवैध परि वहन करने वालों में हड़कंप की स्थिति फिलहाल मच गई है।
संवाद विनोद मिश्रा
आबादी के मुताबिक नहीं हैं, कोविड मरीजों के लिए बेड व वेंटिलेटर
सुलतानपुर -डीवीएनए। कोरोना संक्रमण को रोकने की व्यवस्थाएं भले ही जारी हो,लेकिन विषम परिस्थिति में निपटने के लिए आवश्यकता के अनुरूप न तो बेड है और न ही वेंटिलेटर. आक्सीजन से भी होने वाली किल्लत अभी तक खत्म नहीं हो सकी है। आबादी के हिसाब से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की तुलना की जाए, तो 26 लाख लोगों पर एक बेड व 118181 व्यक्तियों पर एक वेंटिलेटर की ही उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी है। इसमें भी अधिकांश वेंटिलेटर प्रशिक्षित डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के अभाव में संचालित ही नहीं हो रहे हैं।
जिले की आबादी लगभग 26लाख से ऊपर है।आम मरीजों को भर्ती कर इलाज करने के लिए जिला अस्पताल, सीएचसी,पीएचसी व हेल्थवेलनेस सेंटर पर बेड की संख्या जरूरत के हिसाब से लगभग ठीक है।कोरोना के मरीजों को इन अस्पतालों में भर्ती करने से संक्रमण फैलने की आशंका होती है,ऐसे में शासन के निर्देश पर लेबल वन व टू के अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है।केएनआइटी में दो सौ बेड का एल वन अस्पताल संचालित हो रहा है। इसके साथ ही ट्रामा सेंटर व केएनआटी में 50-50 बेड के एलटू अस्पताल भी चल रहे हैं। जिला अस्पताल में भी प्राइवेट वार्ड में 50बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाकर कोविड के संदिग्धों का इलाज किया जा रहा है। जिला अस्पताल व ट्रामा सेंटर में 22वेंटिलेटर की व्यवस्था है,लेकिन इनमें अधिकांश का संचालन ठप पड़ा है। हालांकि कोविड के अधिकांश मरीज खुद को होम आइसोलेट कर कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन कर ठीक हो रहे हैं,लेकिन संक्रमितों की संख्या अचानक बढने पर स्थितियां गंभीर हो सकती हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि कोविड के मरीजों को बेहतर इलाज दिलाए जाने को लेकर मोतिगरपुर व कुड़वार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 15-15बेड का कोविड एलटू बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहोश करने वाले कुल 23 डाक्टरों के पद सृजित हैं, लेकिन मात्र तीन डाक्टरों से ही काम कर रहे हैं। इससे वेंटिलेटर का संचालन ठप पड़ा है।
राजकीय मेडिकल कालेज में लायलटेक संस्था का कमाल, कोरोना मरीजों के इलाज में सुधार
बांदा-डीवीएनए। कोरोना के कहर से जूझ रहे जिले में राजकीय मेडिकल कालेज में लायलटेक मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमटेड का योगदान उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा हैं। इनके कर्मचारी सफाई व्यवस्था से लेकर मरीजों की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
आपको बतादें कि राजकीय मेडिकल कालेज में स्टाफ नर्स, वार्डव्याय एवं अन्य पैरामेडिकल वर्करों की काफी कमी थी, इसके चलते मेडिकल कालेज में सफाई व्यवस्था से लेकर मरीजों की नर्सिंग सेवा में काफी दिक्कतें आ रही थी। इस संदर्भ में इन समस्याओं के निदान के लिये प्राचार्य मुकेश यादव द्वारा शासन से निरंतर पत्राचार किया जा रहा था। जिलाधिकारी आनंद सिंह नें भी प्राचार्य को मैन पावर बढ़ाने को निर्देशित कर रखा था।
इसी क्रम में शासन स्तर पर स्वास्थ विभाग नें इस महत्व पूर्ण कार्य की जिम्मेदारी लायलटेक मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमटेड के डायरेक्टर एम एन खान को सौपी। संस्था नें मैन पावर की पूर्ति की और प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती कराकर चिकित्सीय व्यवस्था को बखूबी संभाल रखा है। संक्रमण की रोक-थाम के लिये सफाई व्यवस्था वार्ड एवं उसके बाहर संबंधित कर्मचारी संभाले हुये हैं, वहीं वार्डव्याय एवं नर्सिग स्टाफ तीन – तीन शिफ्टों में रूट चार्ट के अनुसार अनुशासित एवं सेवाभाव से कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल कर रहीं हैं। इससे मरीजों में भी इलाज और देखभाल के प्रति संतुष्टता दिखाई दे रही है। भर्ती कोरोना मरीजो की रिपोर्ट निगेटिव आने की संख्या में काफी सुधार होनें लगा है।
संवाद विनोद मिश्रा
संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटकता मिला युवक का शव
महराजगंज-डीवीएनए। कोल्हुई थाना क्षेत्र में राजमार्ग के किनारे आज शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक का शव पेड़ से लटकता मिला, इस की जानकारी मिलते ही चर्चए गरम हो गयी, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कोल्हुई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान कोल्हुई निवासी 27 वर्षीय उमेश पुत्र राजेन्द्र चौधरी के रूप में हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक के कोल्हुई थानाक्षेत्र के जोगियाबारी में गोरखपुर सोनौली राजमार्ग के किनारे एक पेड़ से शव को लटकता देख लोगों ने कोल्हुई पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची ने शव को पेड़ से उतारकर कब्जे में ले लिया।
इस सन्दर्भ में एसओ रामसहाय चौहान ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
बांदा पंचायत चुनाव: भाजपा के लिए गहन मंथन जरूरीए विधानसभा चुनाव का था रिहर्सल!
बांदा-डीवीएनए। जिले में पंचायत चुनावों के नतीजों को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की रिहर्सल के रूप में देखा जा रहा है। ये नतीजे सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए क्या कठिनाई मूलक होगी?जनपद के सांसद और चारों विधायक भाजपा के होने के कारण यह मुद्दा राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय हैं। जिले की 30 जिला पंचायत सीटों में भाजपा को मात्र सात सीटों पर सफलता मिली है।
भाजपा सहित सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के हाईकमान ने अपने अध्यक्षों को पंचायत चुनावों को चंद महीने बाद होने वाले चुनावों को प्रभावित करने की दलीलें देकर अपने कार्यकर्ताओं को जोश दिलाया था लेकिन चुनावी नतीजों से यही सामने आया कि इस मूलमंत्र को सबसे ज्यादा बसपा जिलाध्यक्ष ने अपनाया।
कई वर्षों से राजनीतिक हासिये पर होने के बाद भी जनपद में बसपा ने पंचायत चुनाव में अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराकर सत्तारूढ़ दल समेत सपा, कांग्रेस आदि को भी चैंका दिया है। पंचायत चुनाव में नाकामी और कोरोना महामारी में सरकारी अव्यवस्थाओं से भाजपा आलोचनाओं के घेरे मैं है।
प्रमुख विपक्षी भाजपा की इस स्थिति को आम लोगों के बीच बरकरार रखने में सफल रहे तो अगले वर्ष के शुरूआती महीनों में होने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा को कड़ी मेहनत का सामना करना पड़ सकता है। जिला पंचायत जिले की महत्वपूर्ण निकाय मानी जाती है। इसमें निवर्तमान अध्यक्ष भाजपा की सरिता द्विवेदी थीं।
जिन्होने अपने कार्य काल में विकास की सरिता बहाई। वह विधायक प्रकाश द्विवेदी की पत्नी हैं।यह जोड़ी विकास कार्य के लिए चर्चित रही।
पंचायत चुनाव नतीजों ने भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पुनः वापसी काफी जटिल और चुनौती भरी कर दी है। अध्यक्ष के लिए कम से कम 16 सदस्यों की जरूरत होगी जबकि भाजपा समर्थित सदस्य मात्र सात हैं। भाजपा को बाकी नौ सदस्य जुटाने में काफी पापड़ बेलने होंगे।
जनपद के सांसद सहित चारों भाजपा विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में कहीं भी भाजपा जिला संगठन के नेतृत्व की अक्षमता सेअच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई? हर क्षेत्र में सपा और बसपा तथा अपना दल ने सेंधमारी की। बबेरू क्षेत्र में जिला पंचायत की लगभग आठ सीटें हैं। यहां भाजपा को मात्र दो सीटें मिली हैं।
सपा सब पर भारी रही और तीन सदस्य जिताए। बसपा को दो सीटों पर सफलता मिली है। तिंदवारी क्षेत्र में लगभग पांच डीडीसी वार्ड हैं। यहां भी भाजपा को मात्र एक सीट मिली है। बसपा ने जहां दो सीटों पर कब्जा किया है वहीं सपा को एक वार्ड में सफलता मिली है। बांदा विधान सभा क्षेत्र में पांच वार्डों में भाजपा को सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली है। दो में बसपा जीती है। नरैनी विधान सभा क्षेत्र में अपना दल ने दो सीटें जीती हैं। यहां भाजपा और बसपा को एक-एक सीट मिली है।
भाजपा पर उसके बागी भी भारी पड़े। उदाहरण के लिए बबेरू क्षेत्र के वार्ड पांच में भाजपा के पूर्व मंत्री शिवशंकर सिंह पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल ने टिकट न मिलने पर बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वह जीत गईं। हालांकि भाजपा हाईकमान ने मतदान के पहले ही पूर्व मंत्री श्री पटेल को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया था।
जिला पंचायत चुनाव में अबकी अपना दल ने अन्य दिग्गज दलों को चैंका दिया है। नरैनी विधान सभा क्षेत्र में दो वार्डों 25 व 26 में पार्टी को वहां के मतदाताओं ने अपनाया है। बांदा विधान सभा क्षेत्र के वार्ड 21 में भी अपना दल की महिला प्रत्याशी जीती हैं।
जिला पंचायत चुनाव में बसपा ने सत्तारूढ़ दल भाजपा से चार सीटें और 34513 वोट अधिक हासिल किए। बसपा को सभी 11 वार्डों में 73,003 वोट प्राप्त हुए। जबकि भाजपा सात वार्डों में 38490 वोट हासिल कर सकी।
जिला पंचायत चुनाव के नतीजों पर राजनीतिक दल और उनके जनप्रतिनिधि अपनी सफाई में तरह-तरह की दलीलें दे रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद ने पार्टी की हार की वजह कोरोना महामारी बताई। अध्यक्ष की पहली परीछा में ही अपनी कार्य प्रणाली से संगठन की ताकत का बंटाधार कर दिया! प्रत्याशी चयन में अपनी मन मानी से बचते हैं। ऐसे कंडी डेट उतरवाए जिससे बांदा में पार्टी का आधार इस चुनाव में खिसक गया?कहते हैं किअध्यक्ष का चुनाव उनकी पार्टी लड़ेगी। सांसद आरके सिंह पटेल का कहना है कि वह संक्रमित होकर चित्रकूट स्थित अपने आवास में होम आइसोलेशन में थे।हालांकि निष्क्रियता में वह भी दस नम्बरी माने जाते हैं?
सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी को भी कोरोना नें संक्रमित कर होम आइसोलेशन में रहने को मजबूर कर दिया। अन्यथा बांदा विधान सभा क्षेत्र में परिणामों पर भाजपा अन्य पर भारी पड़ती। विधायक राजकरन कबीर ने भी हार का ठीकरा कोरोना पर फोड़ा। कहा कि महामारी से प्रचार प्रभावित हुआ।वैसे वह अपने इलाके में कथित तौर पर बहुत आलोकप्रिय हैं। उधर, बसपा जिलाध्यक्ष गुलाब वर्मा का कहना था कि मतदाताओं में बसपा के प्रति पूरा रुझान है। पंचायत चुनाव ने यह साबित कर दिया। दावा किया कि विधान सभा चुनाव में हम ऐसा ही प्रदर्शन दोहराएंगे।
जिला पंचायत सदस्य की 30 सीटों में सपा के सिर्फ तीन सदस्य ही निर्वाचित हुए। इसकी मुख्य वजह गुटबाजी मानी जा रही है। इसके अलावा ज्यादातर पार्टी के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार से दूर रहे। इसी का नतीजा है कि सपा पंचायत चुनाव में ज्यादा प्रभावी नहीं रही। हालांकि तीन सीटों पर उसने सफलता की कहानी लिखी। कहा जाता है कि यदि पार्टी से जुड़े दिग्गजों का सहयोग मिलता तो चुनाव परिणाम और भी बेहतर हो सकता था। हालांकि जिलाध्यक्ष विजयकरन यादव ने गुटबाजी से इनकार किया है।
संवाद विनोद मिश्रा
जामा मस्जिद समेत दरगाहों,खानकाहों व मस्जिदों में कोविड गाइड लाइन के अनुसार अदा की गई अलविदा की नमाज
बरेली-डीवीएनए। रमजान के आखिरी जुमा को जुमा तुल विदा कहा जाता है । आज किला की शाही जामा मस्जिद, दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद, खानकाह-ए-नियाजिया, दरगाह शाहदाना वली, दरगाह शाह शराफत मियां, दरगाह वली मियां, दरगाह नासिर मियां, दरगाह बशीर मियां के अलावा कोतवाली की मोती मस्जिद, सैलानी की हबीबिया मस्जिद, मलूकपुर की मुफ्ती आजम हिन्द मस्जिद, जसोली की पीराशाह मस्जिद, पुराना शहर की नूरानी मस्जिद, छः मीनारा मस्जिद, गौसिया मस्जिद, स्वाले नगर की एक मीनार मस्जिद, करोलान की आला हजरत मस्जिद, सुभाष नगर की साबरी मस्जिद, शाहबाद की मुन्ना तारकश मस्जिद, जखीरा की इमली वाली मस्जिद, शाहमत गंज की कलंदर शाह मस्जिद, बिहारीपुर की बीबीजी मस्जिद, आजम नगर की हरी मस्जिद, कुतुबखाना की सुनहरी मस्जिद आदि सभी जगह कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए अलविदा की नमाज अदा कराई गई । जामा मस्जिद में शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने जुमा की नमाज अदा कराई इससे पहले उन्होंने रमजान की फजीलत और सदका-ए-फित्र के हवाले से तकरीर की । मुल्क से इस मूजी बीमारी के खात्मे की दुआ की । बाकी मस्जिदों में भी इमामों ने मुक्तासिर खुत्बा दिया । कुरान की फजीलत व जकात के हवाले से तकरीर के साथ कोरोना खात्मे की दुआ की ।
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि दरगाह पर भी सीमित संख्या में लोगो ने नमाज अदा की । यहाँ कारी रिजवान रजा ने नमाज अदा कराई । दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) समेत खानदान के बुजुर्गों ने नमाज अदा की । नमाज के बाद सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने देश के जो हालात है उस पर फिक्र जाहिर करते हुए खुदा की बारगाह में दुआ करते हुए कहा कि श्ऐ खुदाश् दुनिया को ये दिन दोबारा न दिखाना । हर तरफ तबाही का मंजर है । ऑक्सीजन, दवाई और दो वक्त की रोटी लोगो को नसीब नही हो पा रही है । ये खबरे दिल को दहला रही है । सभी लोग अपनो और अपने पड़ोसियों के खास ख्याल रखे । हर तरह से मदद को आगे बड़े । बुरा वक्त है । अल्लाह से दुआ है कि इस बवा (बीमारी) से जल्द निजात मिले । दोबारा से दुनिया मे अम्न और सुकून कायम हो । लोगो को भी जागरूक होना होगा । बहुत जरूरी होने पर ही घरों से निकले । मास्क जरूर लगाए । कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन करे ।
कोविड महामारी में मोदी सरकार की मैनेजमेंट फेल, युवा पीढ़ी भी आ रही चपेट में: राजेंद्र राणा
हमीरपुर-डीवीएनए। सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया है कि पूरे देश में कोविड वैक्सीन की भारी किल्लत चल रही है लेकिन देशवासियों के लिए वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक जुटाने की बजाए मोदी सरकार विदेशों में वैक्सीन भेज कर अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि निखारने में लगी लगी, जिसका खामियाजा देश की जनता भुगत रही है।
आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि मोदी सरकार 1 मई से 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाने की बड़े जोर शोर से घोषणा की थी लेकिन लेकिन यह घोषणा जुमला ही साबित हुई है । राजेंद्र राणा ने कहा कि आज बड़ी संख्या में नौजवान भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जानें गंवा रहे हैं और अस्पतालों में ना ऑक्सीजन मिल पा रही है और ना ही बेड मिल पा रहे हैं। लोग सड़क पर ही दम तोड़ रहे हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने वैक्सीन का स्टॉक विदेशों में नहीं भेजा होता और देश में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत की होती तो आज देशवासियों के सामने इस तरह जिंदगी का संकट खड़ा नहीं होता। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की थी देशवासियों की जान की रक्षा करने की बजाय संकट की इस घड़ी में भी मोदी सरकार सिर्फ जुमलेबाजी में लगी रही और अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने को प्राथमिकता देती रही।
राजेंद्र राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोग वैक्सीन लेने के लिए दर-दर भटक रहे हैं और सरकार के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है कि ऐसे लाखों लोगों को वैक्सीन कब लगेगी।
राजेंद्र राणा ने कहा कि संकट की इस घड़ी में विपक्ष भी पूरी तरह से सरकार को मदद देने के लिए तैयार है लेकिन सरकार को कोई ठोस कार्य नीति बनानी चाहिए और राज्य के सभी छोटे से बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध करवाकर युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की कि सरकार का टीकाकरण अभियान अभी तक कछुआ रफ्तार से चल रहा है और संक्रमण से जान गंवाने वालों की तादाद रोज बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड सैंटरो में भी पर्याप्त व्यवस्था ना होने से मरीज परेशान हो रहे हैं।
राजेंद्र राणा ने कहा कि इस बीमारी का एकमात्र इलाज टीकाकरण ही है जिसके लिए लोग हांफते फिर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि सरकार अपनी ही घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने में नाकाम साबित हो रही है और सरकार की घोषणा सिर्फ हवा हवाई बनकर रह जा रही है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि इससे पहले भी कई संक्रामक बीमारियां समय-समय पर दस्तक देती रही हैं लेकिन तत्कालीन सरकारों ने अपनी इच्छाशक्ति और ठोस कार्ययोजना के साथ बीमारियों पर काबू पाने में सफलता भी हासिल की है। लेकिन पहली बार ऐसा लग रहा है कि सरकार की न तो नीति स्पष्ट हो पा रही है और ना ही नियत स्पष्ट हो पा रही है। उन्होंने कहा आज पूरी दुनिया के सामने भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं का जनाजा निकल गया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के नेतृत्व की फजीहत हो रही है।