अमेठी। डीवीएनए
केन्द्र और राज्य सरकार जन कल्याण योजनाओं को अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने की बात करती है.मंत्री,नेता गण इन योजनाओं को सभी तक पहुंचाने के दावे भी करते हैं। लेकिन जिनके कंधों पर इन योजनाओं को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी है,शायद वहीं अधिकारी अपना कर्तव्य भूल गए हैं। ऐसा ही एक मामला अमेठी के मुसाफिरखाना विकासखण्ड से सामने आया है।
मुसाफिरखाना विकास खण्ड के मठा कोदैली निवासी चंदा(12) पुत्री नान्हू साहू दोनों पैरो से दिव्यांग है। चंदा की बड़ी बहन किरन साहू ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते है चंदा का हैंडीकैप सर्टिफिकेट बनवाया गया है और ट्राई साइकिल को लेकर कई बार स्थानीय स्तर पर जिम्मेदारों से भी गुहार लगाई गई।
लेकिन अभी तक चंदा को ट्राई साईकिल नहीं मिल पाई.ट्राई साइकिल न होने से चंदा को काफी दिक्कतें हो रही है।चंदा के जमीन खिसकने के कारण पैर में जगह जगह घाव भी हो जाते है।
वहीं अब चंदा के परिजनों ने जिलाधिकारी अमेठी अरुण कुमार से ट्राई साईकिल दिलवाए जाने की गुहार लगाई है।
संवाद राम मिश्रा