आगरा। डीवीएनए
किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन देने जा रही छावनी विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी ममता टपलू सहित उनके सैकड़ों समर्थकों को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। सपा नेत्री पुलिस को चकमा देकर निकली तो रोक दी गयी। बाद में प्रशासन को ज्ञापन देने के बाद मामला शांत हो सका। विधेयक के खिलाफ किसानों के भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन मंगलवार सुबह से ही काफी मुस्तैद रहा।
विपक्षी दलो के प्रदर्शन को रोकने के लिये प्रशासन ने सोमवार रात्रि से भूमिका बनाई हुई थी। सुबह होते ही सपा सहित कई दलों के नेताओ को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। सपा नेत्री ममता टपलू व छावनी विधानसभा के अध्यक्ष अमीर सिंह फौजदार के निवास पर पुलिस ने सुबह से ही पहरा डाल दिया। जैसे तैसे सपा नेत्री पुलिस को चकमा देकर अपने समर्थकों तक पहुँच गयी। पुलिस ने उनको किसानों के समर्थन में जाने से रोक दिया। यहां नाराज होकर ममता टपलू अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गयी। पुलिस के काफी समझाने के बाद क्षेत्राधिकारी सदर को ज्ञापन देकर धरना समाप्त हो सका।
ज्ञापन के माध्यम से सपा नेत्री ने सरकार से किसानों की समस्याओं के जल्द से जल्द निस्तारण की मांग रखी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि समस्या का समाधान न होने पर समाजवादी पार्टी सड़को पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेगी। इस मौके पर अनीस खान, फिरोज खान, सुनील राठौर, रामनरेश यादव, पप्पू यादव, रिंकू दीक्षित, हफीज मेव, वेद प्रकाश चौधरी, गोविंद वर्मा, प्रदीप सिकरवार, संजय अग्रवाल, रविन्द्र, मोनू खान, अरमान अल्वी, अजर, नईम, महेश कुशवाह, आमिर खान, शिवजी राठौर, निखिल शर्मा, सुभाष कुशवाह, अफजाल कुरैशी, मुन्ना खान, इल्यास सहित कई मौजूद रहे।
डिजिटल वार्ता ब्यूरो/दानिश उमरी