अमरोहा। डीवीएनए
बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन प्रबंधक को धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
मामला अमरोहा जिले का है। यह प्रकरण देहात थानाक्षेत्र में अमरोहा-जोया मार्ग स्थित बेशकीमती जमीन से जुड़ा है। यहां रहने वाले स्व. बेचेलाल वर्मा की पत्नी उमा वर्मा ने न्यायालय के आदेश पर देहात थाने में ब्रिजेश कुमारी उनके पति विशन स्वरूप माहेश्वरी निवासी मोहल्ला जट, बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, ऋण विभाग के तत्कालीन कर्मचारी सहित पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
उनका आरोप है कि 8 अप्रैल 2003 को जोया रोड पर खसरा नंबर 3319 में एक प्लाट ब्रजेश कुमारी और उनके पति विशन स्वरूप माहेश्वरी निवासी मोहल्ला बाजार जट से खरीदा था। इस दौरान इन्होंने जमीन पर कोई विवाद या बैंक लोन नहीं बताया था।
लिहाजा पीड़िता उमा वर्मा ने इस जमीन पर मकान बनाकर परिवार के साथ रहना शुरू कर दिया था। लेकिन, फरवरी 2013 में उन्हें पता चला कि इस जमीन को बंधक बनाकर ब्रजेश कुमारी के बेटे राजकुमार माहेश्वरी ने बरेली कार्पाेरेशन बैंक से 21 दिसंबर 1987 को अपनी फर्म मेसर्स माहेश्वरी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर ऋण लिया था।
जिसके बारे में राजस्व विभाग को बैंक अफसरों और जमीन स्वामी ने अवगत नहीं कराया था। बाद में बरेली कार्पाेरेशन बैंक का विलय बैंक आफ बड़ौदा में हो गया। ऋण की अदायगी न होने पर बैंक ने जमीन की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी। 20 फरवरी 2001 को डेब्ट्स रिकवरी ट्रिब्यूनल दिल्ली ने भी नीलामी के आदेश कर दिए थे। इस संबंध में भी बैंक द्वारा राजस्व विभाग को सूचना नहीं दी गई थी।
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