आगरा। डीवीएनए
अपनी बेबसी के मद्देनज़र अपनी संतान की सरेआम बोली लगाने वाली मजबूर माँ की मदद के लिए सबसे पहले आगे आने वाले शख्स हैं थाना सदर में तैनात इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार।
उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर बच्चे के इलाज के लिए 11000 रुपए का चेक एस एन हॉस्पिटल जाकर उस बेबस माँ को सौपा और हर सम्भव मदद का भरोसा भी दिलाया।
बताते चले कि मामला मंगलवार दोपहर का है। जब एस एन हॉस्पिटल में नंदपुरा गोपालपुरा सदर निवासी पिंकी नाम की महिला अपने डेढ़ माह के मासूम बच्चे की सरेआम बोली लगाकर बेच रही थी।
जिसकी जानकारी पाकर मौके पर पहुँचे समाजसेवी व आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने महिला से बातचीत की जिसमें उस महिला ने बताया कि उसके एक बच्चा है। जिसका पोषण वह ठीक से नहीं कर पा रही है। पति शराबी है तो इस दूसरे बच्चे के लिए इलाज के पैसे कहाँ से लाये इस लिए बच्चे को बेच रही हैं।
एक महिला ने उसको खरीद भी लिया है। जब बच्चे को ख़रीदने वाली महिला से कहा गया कि वो क़ानूनी तौर पर बच्चा गोद लें जिस पर महिला ने असहमती जताईं।
घटना की पूरी जानकरी नरेश पारस के द्वारा आलाधिकारियों को दी गई। जिस पर पुलिस एसएन हॉस्पिटल पहुँच गई। जानकारी होने पर एस एन प्राचार्य भी घटनास्थल पर पहुँचे महिला को बच्चे की इलाज का भरोसा दिलाया।
संवाद दानिश उमरी