इस समय कोरोना से देश-विदेश में हाहाकार मचा हुआ है। इस समय हर देश इस बीमारी की दवा की खोज में लगा हुआ है। वैज्ञानिक से लेकर आयुर्वेदाचार्य इसकी खोज कर रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी सफलता नहीं मिल रही है।
कोरोना वायरस की दवा को लेकर हर देश अलग-अलग दावा कर रहा है। फिर भी अभी तक कोई दवा इसके रोकथाम के लिए कारगर नहीं हो पाई है। चीन से निकले इस वायरस की अभी तक कोई दवा नहीं बन पाई है। इससे बचाव का एक केवल एक ही उपाय है, वह है सोशल डिस्टेंसिग। जी हां, हमलोग लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करके इस बीमारी से बच सकत हैं। इस बीमारी से बचाव का केवल एक ही तरीका है, एक दूसरे से दूरी बनाकर रहना। अगर हम घरों में रहेंगे तो पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे है। यह बीमारी अपने आप घर तक नहीं आती है। इसको लेने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है। अगर हम इसको अपने घर नहीं बुलाते हैं तो इस बीमारी के चपेट में नहीं आ सकत हैं। कोरोना बीमारी की केवल एक ही दवा है वो है एक दूसरे से दूर रहना। अगर हम किसी काम से बाहर भी जाते हैं तो आने के बाद हाथ पैर जरूर धोएं और सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
कोरोना वायरस की दवा को लेकर हर देश अलग-अलग दावा कर रहा है। फिर भी अभी तक कोई दवा इसके रोकथाम के लिए कारगर नहीं हो पाई है। चीन से निकले इस वायरस की अभी तक कोई दवा नहीं बन पाई है। इससे बचाव का एक केवल एक ही उपाय है, वह है सोशल डिस्टेंसिग। जी हां, हमलोग लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करके इस बीमारी से बच सकत हैं। इस बीमारी से बचाव का केवल एक ही तरीका है, एक दूसरे से दूरी बनाकर रहना। अगर हम घरों में रहेंगे तो पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे है। यह बीमारी अपने आप घर तक नहीं आती है। इसको लेने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है। अगर हम इसको अपने घर नहीं बुलाते हैं तो इस बीमारी के चपेट में नहीं आ सकत हैं। कोरोना बीमारी की केवल एक ही दवा है वो है एक दूसरे से दूर रहना। अगर हम किसी काम से बाहर भी जाते हैं तो आने के बाद हाथ पैर जरूर धोएं और सैनिटाइजर का प्रयोग करें।